बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में सरकारी लापरवाही के चलते एक बुजुर्ग महिला खुद को जिंदा साबित करने के लिए दो साल से संघर्ष कर रही है। महिला को यह संघर्ष इसलिये करना पड़ रहा है क्योंकि पंचायत विभाग ने दस्तावेजों में इस महिला को दो साल पहले ही मृत घोषित कर दिया। इस बात का खुलासा तब हुआ, जब महिला की वृद्धावस्था पेंशन पिछले दो साल से मिलना बंद हो गई और जब उसके बेटों ने पंचायत के रिकॉर्ड खंगाले तो यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ। मामला सामने आने के बाद अब छोटे से लेकर बड़े अधिकारी भी अपनी नौकरी बचाने के लिए रिकॉर्ड दुरुस्त करने के आश्वासन देने में जुटे हैं।
दरअसल बैतूल जिले की शाहपुर तहसील निवासी सोमती बाई प्रजापति जिनकी उम्र 70 साल है। अभी वो पूरी तरह स्वस्थ्य हैं और अपने बेटों के साथ शाहपुर में ही रहती हैं। लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि दो साल पहले यानी मार्च 2018 में पंचायत विभाग ने दस्तावेजों में सोमती बाई को मृत घोषित कर दिया। सोमती बाई को पिछले दो साल से वृद्धावस्था पेंशन भी केवल इसलिए नहीं मिल रही है, क्योंकि सरकारी दस्तावेजों में वो इस दुनिया में नहीं हैं। यह कोई अकेला मामला नहीं है। प्रदेश में ऐसे कई मामले सामने आ चुके है। वहीं जिम्मेदार मामले में चुप्पी साधे बैठे है।