वाजिद खान/बैतूल
बैतूल में बड़े पैमाने पर की जा रही गांजे की खेती का मामला पुलिस ने उजागर किया है। बैतूल कोतवाली थाना क्षेत्र के गांव उमरवानी में एक खेत मे हजार से ज्यादा गांजे के पेड़ पकड़ाए हैं।
बताया जा रहा है कि पुलिस को सूचना मिली थी पाढर चौकी इलाके में स्थित उमरवानी गांव में बड़े पैमाने पर गांजे की खेती की जा रही है । इसको लेकर टीआई अनिल पुरोहित ने किसान बनकर इस सूचना का सत्यापन किया और उन्होंने जब देखा आधा एकड़ से ज्यादा खेत में गांजे के बड़े-बड़े पेड़ लगे हैं तो वह खुद हैरान हो गए और उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को दी । उमरवानी के अमरू उर्फ अमर लाल यादव के खेत में लगभग एक हजार से भी ज्यादा गांजे के पेड़ लगे हुए थे जिनकी ऊँचाई दस फ़ीट तक हो गई थी ।इन पेड़ों में फूल भी आ चुके थे और कुछ दिन बाद ही इनसे गांजा निकल कर आता इन पेड़ों से लगभग 5 से 6 क्विंटल गांजा निकलता जिसकी कीमत लाखों रुपए में बताई जा रही है ।
अमरू ने खेत में सब्जियों के साथ गांजे के पेड़ लगाए थे और इस खेत के चारों तरफ दूसरे खेतों में दूसरी फसल लगाई थी जिससे किसी को गांजे के पेड़ नहीं दिखे । गांजे की बड़े पैमाने पर हो रही खेती को लेकर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया । पुलिस को आरोपी के पास से बड़ी मात्रा में गांजा भी मिला है जिसे वह छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा से खरीद कर लाया था । तस्करों के बाजार से लेकर नशेड़ियों तक पहुंचते-पहुंचते गांजे की कीमत 20 हजार रुपये प्रति किलो तक पहुंच जाती है। इस लिहाज से पकड़े गए गांजे की कीमत सवा करोड़ रुपये तक हो सकती है। फिलहाल कोतवाली पुलिस ने गांजा जप्त कर किसान अमरू को गिरफ्तार करलिया है। उसके खिलाफ एनडीपीसी एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। पुलिस उसके संपर्कों की भी तलाश कर रही है जिससे इसके कारोबार की जानकारी जुटाई जा सके। हालांकि पकड़ा गया आरोपी गांजे की खेती से इनकार कर रहा है। उसकी सफाई है कि खेत मे डाली गई खाद के साथ गांजे के बीज पड़ जाने से यह पौधे उग आए है। उसके पास से हजारों रुपये कीमत का चार किलो सूखा गांजा भी बरामद किया गया है।
अनिल कुमार पुरोहित टीआई कोतवाली का कहना है कि सूचना मिली थी कि खेत में गांजे की खेती की जा रही है इसकी गोपनीय ढंग से जांच कराई और जब पुख्ता हो गया कि खेत में गांजे के पेड़ लगे हैं। पुलिस कार्रवाई करते हुए पेड़ कटवाने की कार्रवाई शुरू की है इस मामले में खेत मालिक को हिरासत में लिया है इन पेड़ों से लगभग पांच छब क्विंटल गांजा निकलता और इसकी कीमत लाखो रुपये में होती।