बैतूल, वाजिद खान| खबर का असर मध्य प्रदेश के बैतूल में देखने को मिला है| जहां बैतूल से छत्तीसगढ़ जा रहे नशे के चने में फफूंद लगी हुई थी । इस मामले को हमने प्रमुखता से दिखाया था । इसके बाद खबर का असर हुआ और वेयर हाउस कारपोरेशन ने निजी वेयरहाउस संचालक को नोटिस देकर 7 दिन में जवाब मांगा है| साथ ही खराब हुए चने की राशि की भरपाई किराए से किए जाने की बात सामने आई है ।
दरअसल 11 सितंबर को बैतूल के चिचोली स्थित गुरु साहब वेयरहाउस 16 से चार्ट ट्रक में 100 टन चना छत्तीसगढ़ जा रहा था । भारत दाल मिल मुंगेली छत्तीसगढ़ के संचालक ने ये शिकायत की थी कि ट्रक में भरे चने में फफूंद लगी हुई है और इसका इसमें वजन भी कम है । इस शिकायत पर बैतूल मैं वेयर हाउस कारपोरेशन ने चने के सैंपल लिए जिसमें फफूंद, घुन और कचरा निकला था ।इसके बाद चारों ट्रक को वापस चिचोली भेजा गया और निजी वेयर हाउस संचालक को चना वापस किया गया। वेयर हाउस कारपोरेशन संचालक को दिए नोटिस में बताया कि इस मामले से निगम की छवि खराब हुई है और चना खराब होने की पूरी जिम्मेदारी निजी वेयरहाउस संचालक की है । जितना चना खराब हुआ है उतनी राशि गोदाम किराए से वसूली जाएगी इसके अलावा अन्य वेयरहाउस में रखें चने की गुणवत्ता की भी जांच की जाएगी । नैफेड ने ये चना 2018 में खरीदा था जिसका भंडारण सरकारी और प्राइवेट वेयर हाउस में किया गया था । मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ भेजे जा रहे इस चने को वहां गरीबो में बांटा जाना है। लेकिन इसके फफूंद लगे और गुणवत्ता हीन होने की शिकायत के बाद घटिया सप्लाई का यह खेल उजागर हुआ था ।