Betul News : मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में एक नया रिकार्ड बन गया है। इसे लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जहां बेहद उत्साहित हैं। वहीं, प्रदेश के स्कूल शिक्षा और सामान्य प्रशासन विभाग के मंत्री इंदर सिंह परमार स्वयं को नृत्य करने से नहीं रोक पाए। जिला प्रभारी मंत्री होने से उनकी खुशी दोगुनी हो गई। दरअसल, जिले में मंगलवार को 2135 से भी अधिक सामूहिक विवाह संपन्न हुए। बता दें कि जिला मुख्यालय पर 1200 और भीमपुर विकासखंड मुख्यालय पर 935 से अधिक सामूहिक विवाह संपन्न कराए गए हैं।
सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित
प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री इंदर सिंह परमार सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बैतूल पहुंचे। इस दौरान जब बरात निकली तो प्रभारी मंत्री ने उपस्थित होकर नृत्य का आनंद लिया। साथ ही, सभी दुल्हों को आगामी जीवन की शुभकामनाएं भी दी।
बरात पुलिस परेड मैदान में पहुंची जहां पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ विवाह संपन्न हुए। भीमपुर में भी सामूहिक विवाह संपन्न कराए गए। इस दौरान बड़ी संख्या में दूल्हा और दुल्हन के परिवार के लोग, ग्रामीण, जन प्रतिनिधियों ने शामिल होकर विवाह बंधन में बंधने वाले सभी जोड़ों को शुभकामनाएं दीं।
CM ने दी बधाई
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैतूल में सबसे अधिक सामूहिक विवाह संपन्न कराए जाने पर ट्वीट कर प्रशासन और सभी जन प्रतिनिधियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज बैतूल जिले ने तो रिकार्ड तोड़ दिया है। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में सबसे अधिक विवाह बैतूल में संपन्न हो रहे हैं। बता दें कि अब तक के आयोजनों में यह पहला अवसर है कि इतनी बड़ी संख्या में नव दंपती अपने वैवाहिक जीवन की शुरुआत कर रहे हैं।
बैतूल जिले में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत आयोजित विवाह समारोह में उपस्थित सभी वर-वधुओं को हार्दिक बधाई और इस आयोजन में जुटे सभी जनप्रतिनिधियों एवं साथियों का हृदय से अभिनन्दन करता हूँ।
– माननीय मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj जी pic.twitter.com/YAdhTRlOv5— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) May 2, 2023
49 हजार रुपए के दिए चेक
प्रदेश के स्कूल शिक्षा और सामान्य प्रशासन विभाग मंत्री इंदर सिंह परमार ने मीडिया से चर्चा में बताया कि हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 55 हजार रुपए एक विवाह पर खर्च करने का निर्णय किया। जिसमें 49 हजार रुपए का हम अभी तक दहेज के रूप में सामग्री देते थे लेकिन कई बार ऐसा होता था कि घर में जरूरत नहीं है लेकिन दहेज में आ गया उसका उपयोग नहीं होता था इसलिए अब हमने 49 हजार रुपए के चेक दिए हैं ताकि बेटियां अपनी आवश्यकता अनुसार सामान खरीद लें।
वहीं, पत्रकारों द्वारा डांस को लेकर किए गए सवाल पर मंत्री ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया कि अब बारात में जाते हैं तो जो सब करते हैं। वह सब को करना पड़ता है और मैं सोचता हूं कि जब उनकी व्यक्तिगत रूप से बारात निकलती है तो घर के लोग परिवार के दोस्त लोग अपना एक प्रकार से उत्साह दिखाते हैं। ये सब सरकार की ओर से एक आयोजन है। इसलिए मंत्री के नाते सब कार्यकर्ता के साथ उसमें शरीक हुआ हूं। मुझे अच्छा लगा की क्षेत्र के अलग-अलग जातियों के लोग एक जगह पर सामूहिक विवाह सम्मेलन में समरसता के सूत्र के साथ बधे हैं। ये बहुत बड़ा इतिहास काम है।
बैतूल से वाजिद खान की रिपोर्ट