बैतूल।वाजिद खान
ज़िला अस्पताल में शाम 4 बजे हड़कम्प मच गया जब एक कोरोना संक्रमण के संदिग्ध मरीज़ को लाया गया मरीज़ की शिफ्टिंग के दौरान डॉक्टरों की टीम एक विशेष किट पहने दिखे मरीज़ को लिफ्ट द्वारा अस्पताल में बने विशेष वार्ड में रखा गया जंहा डॉक्टरों ने मरीज की जांच कर ब्लड सेम्पल पुणे की लैब भेजा ।
घबराए नही, यह कोई कोरोना संक्रमित मरीज नही था यह तो मात्र एक रिहर्सल थी कोरोना से निपटने की ताकि ऐसी आपात स्थिति में डॉक्टर सही तरीके से काम कर सके। इस दौरान डॉक्टरों द्वारा एक मरीज को देखा गया एवं मरीज को सुरक्षित लिफ्ट किया गया।
दरअसल कोरोना संक्रमित मरीज का किस तरह इलाज करना है इसे लेकर जिला अस्पताल द्वारा एक मॉक ड्रिल की गई। इसका मकसद इलाज के लिए अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में कोरोना संक्रमण के संदिग्ध मरीज की शिफ्टिग से निपटने के लिए तैयारी करना था ।। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. प्रदीप धाकड़ ने कहा कि वर्तमान अभ्यास को शिक्षण के माध्यम के रूप में लिया गया ताकि प्रक्रिया को सही बनाया जा सके। सिविल सर्जन प्रदीप धाकड़ ने बताया कि कोरोना चीन से होकर अलग देशों तक पँहुच रहा है जिसको देखते हुए मप्र स्वास्थ्य विभाग ने मॉकड्रिल करने के आदेश दिए थे ।कि किस तरह संक्रमित मरीज को वार्ड तक शिफ्ट करना है अस्पताल में एक विशेष वार्ड बनाया गया है डॉक्टरों की एक टीम बनाई गई है उनकी एक किट है जिसे पहने हुए है जैसे ही कोई मरीज आता है तो उसका ब्लड सेम्पल लिया जाएगा सेम्पल को पुणे लेब भेजा जाएगा मरीज को आइसोलिट वार्ड में रखा जाएगा।