बैतूल में आदिवासी युवक की पिटाई का वीडियो वायरल, कमलनाथ और जीतू पटवारी ने सीएम मोहन से की तत्काल कार्रवाई की मांग

मप्र कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने वायरल वीडियो को अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर पोस्ट करते हुए सीएम मोहन यादव से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल पुलिस की तरफ से इस मामले को लेकर कोई बयान नहीं दिया गया है।

Shashank Baranwal
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Betul

Betul News: सोशल मीडिया पर इस समय बैतूल का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जहां एक व्यक्ति आदिवासी युवक को पीटते हुए दिखाई दे रहा है। जिसका नाम राज उइके बताया जा रहा है। वहीं पीटने वाला व्यक्ति बजरंग दल समर्थक बताया जा रहा है। हालांकि अभी इस मामले में पुलिस का कोई बयान सामने नहीं आया है।

जीतू पटवारी ने सीएम यादव से की यह मांग

मप्र कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने वायरल वीडियो को अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर पोस्ट करते हुए सीएम मोहन यादव से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। इस दौरान उन्होंने पोस्ट करते हुए लिखा है कि आदिवासी के सम्मान का सच अपनी आंखों से देखिए और जुल्म इतना भी मत कीजिए कि न्याय से भरोसा उठ जाए। इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि इस मामले की तत्काल जांच करवाई जाए और उचित कार्रवाई की जाए।

पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ की यह मांग

इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर पोस्ट करते हुए सीएम मोहन यादव ने सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस दौरान उन्होंने लिखा कि बैतूल से एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक आदिवासी युवक की पिटाई की जा रही है। वहीं पीटने वाला व्यक्ति सत्ताधारी पक्ष की विचारधारा का बताया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने लिखा कि मध्य प्रदेश पहले से ही आदिवासी अत्याचार के मामले में देश में पहले नंबर पर हैं, वहीं ऐसी घटनाएं भाजपा की आदिवासी विरोधी मानसिकता को बताती हैं।

 


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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