बैतूल, वाजिद खान। जिले में लगे कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) के दौरान जरूरतमंदों की मदद के लिए युवा समाजसेवियों ने हाथ आगे बढ़ाएं है। युवा समाजसेवी कोरोना (Covid-19) से लड़ रहे मरीज और उनके परिजनों को दोनों टाइम गर्म और स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। पिछले एक महीने में वे 7 हजार मरीजों और उनके परिजनों को भोजन मुहैया करा चुके हैं।
यह भी पढ़ें:-मंत्री गोपाल भार्गव के क्षेत्र में प्रदेश का पहला चिल्ड्रन कोविड सेंट्रर बनकर तैयार
युवा समाजसेवी राजा सूर्यवंशी अपने साथियों समाज के साथ भोजन सेवा में जुटे हैं। कोरोना की दूसरी लहर में राजा सूर्यवंशी अपने साथियों के साथ सड़कों पर उतरे और बेखौफ होकर जरूरतमंद को भोजन पहुंचाने में जुट गए। इसके लिए पहले खुद की जमा की गई रकम इस काम में लगाई, लेकिन जब दोस्तों ने उनका जुनून देखा तो उन्होंने भी सहयोग शुरू कर दिया। अप्रैल में कोरोना कर्फ्यू के बाद सबसे पहले किरार समाज भवन से भोजन सेवा में हरीश गड़ेकर, भरत सूर्यवंशी, केशो डढोरे, दीपक सोलंकी की टीम के साथ उन्होंने अपना सेवा प्रकल्प शुरू किया। इसके बाद देखते ही देखते पूरा समाज ही उनके साथ आ खड़ा हुआ। विगत 20 अप्रैल को यह निशुल्क भोजन सेवा दूरदराज से आए मरीजों और उनके परिजनों के साथ ही असहाय गरीब परिवारों के लिए शुरू की गई थी।
यह भी पढ़ें:-खरगोन : कोरोना कर्फ्यू में बेवजह घूम रहे लोगों को एसपी दे रहे समझाइश
युवा समाजसेवियों को इस सेवा कार्य में एक महीना हो चुका है और अभी तक वे 7 हजार लोगों को भोजन करा चुके हैं। राजा बताते हैं कि मरीजों के लिए सुबह-शाम दलिया, दाल, पानी और परिजनों को खिचड़ी, सब्जी, रोटी दी जा रही है। गरीब जरुरतमंदों को घर-घर पहुंचाकर, वहीं मरीजों व उनके परिजनों को शहर के प्रमुख निजी अस्पतालों और कोविड सेंटरों पर भोजन उपलब्ध करवा रहे हैं।