Yogesh Tilwani Suicide Case : राजधानी भोपाल के व्यापारिक नगर बैरागढ़ के बोरबन पार्क तालाब किनारे बीते 6 जुलाई को योगेश टिलवानी की लाश मिली थी। जिसके पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया था। जिसके अनुसार, योगेश ने अपनी पत्नी और उसके प्रेमी से परेशान होकर यह कदम उठाया। जिसके बाद, पीड़ित पक्ष के लोगों ने राज्य के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा से गुहार लगाते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की। जिसपर गृहमंत्री ने भोपाल एसपी और संबंधित थाने के मुखिया को आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। जिसके एक माह बीत जाने के बाद पुलिस ने प्रिया (पत्नी) के आशिक को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, मृतक की पत्नी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
आरोपी ने मानसिक तौर पर किया परेशान
दरअसल, बरामद सुसाइड नोट में योगेश ने लिखा था कि उसकि पत्नी प्रिया टिलवानी और उसके प्रेमी रामेश्वर पटेल से वो परेशान हो गया था। जिसके कारण वो अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहा है। सोसाइड नोट में मृतक को जान से मारने की कोशिश करने का जिक्र भी किया था। वहीं, उसके बच्चे की जिंदगी खराब न हो इसलिए उसका बच्चा उसके माता-पिता को देने की गुहार भी की गई है। पुलिस ने आरोपी रामेश्वर पटेल के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
दो पन्नों का सुसाइड नोट
आखिर योगेश ने सुसाइड क्यों किया और उसके पीछे कौने जिम्मेदार है। इसका जिक्र उसने नोट में किया है। इस मामले में खुद गृहमंत्री ने हस्तक्षेप किया। जिसके बाद आरोपी रामेश्वर पटेल को गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल, योगेश की पत्नी अभी भी गिरफ्तार नहीं हुई है। वहीं, इस मामले में आश्रम के संत गृहमंत्री से लगातार बातचीत कर रहे है। दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी इसका आश्वासन संतों को दिया गया है।
मेरे बेटे का भविष्य किया खराब
योगेश ने अपने पत्र में साफ लिखा है कि मेरे बेटे का भविष्य खराब करने वाली मेरी पत्नी प्रिया और रामेश्वर पटेल है। इन्हें कड़ी-से-कड़ी सजा मैं तो नहीं दे पा रहा हूं लेकिन मुझे उम्मीद है कि मेरे जाने के बाद कानून इन्हें कड़ी सजा देगा। योगेश ने पत्र में अपने बड़े भाई, भाभी, माता-पिता से माफी मांगी है। उसने कहा है कि प्रिया और उसका आशिक मुझे बार-बार यह धमकी देते है कि हम तुम्हारा और तुम्हारे बेटे का भविष्य खराब कर देगें।
आश्रम से जुड़ा था योगेश
मिली जानकारी के अनुसार, योगेश जबलपुर के एक आश्रम से जुड़ा हुआ था। बताया जाता है कि जिस आश्रम में वह सेवा धारी था, वहां के संतों के बेहद ही करीब था। संतों के साथ रहकर उसने हमेशा सेवा का पाठ लोगों को पढ़ाया और खुद भी उस राह पर चलता था लेकिन उसके जीवन में उसकी पत्नी ही ऐसा करेगी, उसने कभी सोचा नहीं था।
संत जी ने किया गृहमंत्री का आभार
वहीं, संत जी और सिंधी समाज ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का आभार किया। उनसे आशा की है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और योगेश का बेटा उसके परिवार को मिलेगा ताकि उस बच्चे की जान को काई खतरा न हो। साथ ही, उसके जीवन का लालन-पालन अच्छे से हो सके।
भोपाल से रवि कुमार की रिपोर्ट