भोपाल। गांधी नगर इलाके में रहने वाली एक 11 वीं कक्षा की छात्रा ने रविवार सुबह घर के किचन में फांसी लगाकर जान दे दी। वह हर रोज़ की तहर नाश्ता बनाने के लिए उठी थी। सुसाइड नोट नहीं मिलने से मौत के सही कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। परिजनों ने पुलिस को बताया कि खुदकुशी से पूर्व लड़की को किसी प्रकार की डांट फटकार नहीं लगाई गई थी। पहले भी कभी उसका परिजनों से कोई विवाद नहीं हुआ। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस के अनुसार निशा पिता भंवरलाल सिलावट (16) बीडीए क्वार्टर, गोदरमऊ गांधी नगर में रहती थी। वह गांधी नगर के शासकीय स्कूल में कक्षा दसवीं में पढ़ती थी। निशा का एक छोटा भाई है और माता-पिता के साथ रहती है। भंवरलाल का पुलिस से कहना है कि निशा प्रतिदिन सात बजे उठकर चाय बनाती थी। नाश्ता बनाने के बाद में वह सभी परिजनों को जगाती थी। रविवार सुबह भी निशा 7 बजे उठने के बाद किचन में पहुंची थी। वहां उसने फ ांसी लगा ली। कुछ ही देर बाद मां की नींद खुली तो वह किचन में पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने देखा तो निशा फ ांसी के फं दे पर लटकी हुई थी। परिजन उसे आनन-फ ानन में फं दे से उतारकरअस्पताल लेकर पहुंचे थे। वहां प्राथमिक जांच में ही डॉक्टरों ने निशा को मृत घोषित कर दिया। पुलिस का कहना है कि लड़की मोबाइल का इस्तमाल भी नहीं करती थी। हालांकि पुलिस प्रेम प्रसंग के चलते जान देने के एंगल पर भी जांच कर रही है।