सरकारी एंबुलेंस न मिलने से मां की गोद में 6 माह के बेटे की मौत, CMHO और कलेक्टर को नोटिस

मामले में मप्र मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लेकर कलेक्टर एवं सीएमएचओ, दतिया से मामले की जांच कराकर तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

Datia -Child DiesDue To Non-Availability of Ambulance in Datia :  दतिया जिले के इंदरगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से जिला अस्पताल दतिया रेफर किये गये एक 6 माह के बच्चे की उसकी मां की गोद में ही मौत हो गई। बच्चा जब तक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, इंदरगढ़ में था, तब तक जिंदा था। उसकी हालत गंभीर होने पर डाॅक्टर्स उसे जिला अस्पताल ले जाने को कहा। सरकारी एंबुलेंस को फोन लगाया गया, पर वह व्यस्त थी, इसलिये काॅल करने के तीन घंटे बाद इंदरगढ़ पंहुची। विधायक निधि की दो एंबुलेंस भी इंदरगढ़ अस्पताल परिसर में खड़ी थीं, लेकिन उसमें पेट्रोल डलवाने के पैसे बच्चे की मां के पास नहीं थे। आखिरकार बच्चे ने मां की गोद में ही दम तोड़ दिया।

नोटिस जारी 

विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी (बीएमओ) कहते हैं कि जो भी हुआ, उसमें हम क्या करें, मामले में मप्र मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लेकर कलेक्टर एवं सीएमएचओ, दतिया से मामले की जांच कराकर तीन सप्ताह में जवाब मांगा है। आयोग ने इन दोनों अधिकारियों से यह भी पूछा है कि 108 एंबुलेंस विलंब से क्यूं पंहुची, विधायक द्वारा उपलब्ध कराई गईं दो एंबुलेंस का उपयोग क्यूं नहीं किया गया, ऐसी एंबुलेंस में पेट्रोल हमेशा उपलब्ध रहे, इसकेे लिये क्या व्यवस्था है, बिना पेट्रोल की व्यवस्था के ऐसी दोनों एंबुलेंस की अस्पताल में क्या उपयोगिता और औचित्य है, इन सभी बिन्दुओं पर स्पष्ट प्रतिवेदन दें।