भोपाल| मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में छात्रों द्वारा उठाई जा रही जनरल प्रमोशन (General Promotion) की मांग के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने ट्वीट कर कहा राज्य के भांजे – भांजियों (विद्यार्थियों) की सबसे ज्यादा चिंता उन्हें है और वे इन बच्चों के भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ नहीं होने देंगे। सीएम चौहान ने कहा छात्रों को जनरल प्रमोशन देकर उनका आगे का जीवन बर्बाद नहीं किया जा सकता।
सीएम चौहान ने ट्वीट के जरिए कहा कि ‘मध्यप्रदेश के भांजे-भांजियों की सबसे ज़्यादा चिंता मुझे है! जिसने अपना जीवन ही उनके लिए समर्पित कर दिया हो, वह यह कभी नहीं चाहेगा कि उसके बच्चों के भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ करे। परिस्थितियाँ विपरीत हैं, लेकिन हमने भी चुनौती को अवसर में बदलने का निर्णय लिया है’|
कांग्रेस पर लगाया आरोप
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा ‘कांग्रेस के जिन नेताओं ने मध्यप्रदेश के छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का बीड़ा उठाया है, उनका यह जानना ज़रूरी है कि किसी भी छात्र को आगे बढ़ने के लिए उच्च शिक्षा की ज़रूरत होती है जिसमें 10वीं और 12वीं कक्षाएँ सबसे महत्वपूर्ण होती हैं। यहीं से उनके जीवन की नींव डलती है। कांग्रेस के नेता लगातार छात्रों को #COVID19 का डर दिखाकर जनरल प्रमोशन की मांग करने हेतु बरगला रहे हैं। मध्यप्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए उचित कदम उठाए हैं। सारी व्यवस्थाएँ सुचारु रूप से शुरू हों,लोगों का जीवन पुनः व्यवस्थित हो, इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं’। उन्होंने कहा ‘भारत का भविष्य उसके युवा नागरिकों के हाथ में है! युवाओं का भविष्य मजबूत होगा तभी देश आगे बढ़ेगा। छात्रों और अभिभावकों को सोचना चाहिए कि शिक्षा और परीक्षा दोनों ही महत्वपूर्ण हैं, कुछ लोग छात्रों का फायदा उठाकर राजनीति से प्रेरित अभियान चला रहे हैं,आपको इन बातों में नहीं आना है’|
जनरल प्रमोशन देकर जीवन बर्बाद नहीं किया जा सकता
शिवराज ने अगले ट्वीट में कहा ‘परीक्षा की जो तारीखें दी गई हैं, वे इसी बात को ध्यान में रखकर दी गई हैं कि कोई भी छात्र को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाया जाएगा जिससे उनका भविष्य अंधकारमय हो। उनका भविष्य तभी खतरे में होगा जब उनकी परीक्षा रद्द कर जनरल प्रमोशन दिया जाएगा। छात्र-छात्राओं ने इतनी मेहनत और लगन से सालभर जो पढ़ाई की है, उसकी परीक्षा होना अत्यंत आवश्यक है। उनकी परीक्षा न लेकर और जनरल प्रमोशन देकर उनका आगे का जीवन बर्बाद नहीं किया जा सकता’।
सोशल मीडिया पर शुरू हुआ आंदोलन
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश शासन के उच्च शिक्षा विभाग एवं माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्य प्रदेश ने UG-PG EXAM और 12th हायर सेकेंडरी के बचे हुए पेपर कराने का फैसला लिया है। तारीखें घोषित कर दी गई है। कोरोना संकट के बीच सरकार के इस फैसले का विरोध तेज हो गया है| सोशल मीडिया पर #GeneralPromotionToMPStudents ट्रेंड कराया जा रहा है| उनका कहना है कि यदि परीक्षा कक्ष में बैठने के कारण कोरोनावायरस का इंफेक्शन हो गया तो कौन जिम्मेदार होगा।
मध्यप्रदेश के भांजे-भांजियों की सबसे ज़्यादा चिंता मुझे है! जिसने अपना जीवन ही उनके लिए समर्पित कर दिया हो, वह यह कभी नहीं चाहेगा कि उसके बच्चों के भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ करे।
परिस्थितियाँ विपरीत हैं, लेकिन हमने भी चुनौती को अवसर में बदलने का निर्णय लिया है!
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) May 29, 2020