भोपाल| राज्यसभा (Rajyasabha Election) की तीन सीटों के लिए शुक्रवार को वोटिंग (Voting) होगी| सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा, पांच बजे से मतगणना शुरू होगी और देर शाम तक नतीजे घोषित हो जाएंगे। पिछले दिनों 22 विधायकों के इस्तीफे और दो विधायकों के निधन के बाद अब 206 विधायक वोटिंग में हिस्सा लेंगे| कोरोना पॉजिटिव कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी पीपीई किट पहनकर मतदान के लिए पहुंचेंगे|
मतदान से पहले भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने विधायक दल की बैठक में रणनीति तैयार की है| संख्या बल के आधार पर भाजपा के खाते में दो और कांग्रेस को एक सीट मिलती नजर आ रही है| हालांकि दोनों ही दल सेंधमारी की कोशिश में जुटे हुए हैं| बुधवार रात को भाजपा ने डिनर पॉलिटिक्स के जरिये शक्तिप्रदर्शन कर तस्वीर साफ़ कर दी| भाजपा मुख्यालय में दो निर्दलीय सुरेंद्र सिंह शेरा और विक्रम राणा, दो बसपा के संजीव कुशवाहा और राम बाई के साथ एक सपा विधायक राजेश शुक्ला भी पहुंचे। इन्हे कांग्रेस ने भी बुलाया था|
दिग्विजय के लिए कांग्रेस ने बदली रणनीति
क्रॉस वोटिंग के खतरे को देखते हुए दोनों ही दल सतर्क है| विधायकों के खिसकने की चिंता कांग्रेस को अधिक है, क्यूंकि संख्या बल के हिसाब से भाजपा सेफ जोन में है| इसके चलते विधायकों को सँभालने के लिए दोनों दलों ने पूरी ताकत लगा दी है| क्राॅस वोटिंग की आशंका के चलते कांग्रेस द्वारा पार्टी के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) की जीत सुनिश्चित करने के लिए 52 की जगह 54 विधायकों को वोट डालने के निर्देश दिए गए। हालाँकि पार्टी की ओर से दावा किया गया कि सभी विधायक एकसाथ हैं। कहीं कोई चूक न हो जाए, इसलिए दो अतिरिक्त विधायकों को दिग्विजय को ही वोट करने को कहा है।
तीन सीटों के लिए चार उम्मीदवार
कांग्रेस ने अपने दोनों उम्मीदवारों में से पहली वरीयता दिग्विजय सिंह को दी है। दूसरी वरीयता फूल सिंह बरैया की है। राज्यसभा की रिक्त तीन सीटों के लिए भाजपा के ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी तथा कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और फूलसिंह बरैया हैं।
ऐसी रहेगी मतदान की व्यवस्था
मतदान सुबह ठीक नौ बजे से शुरू हो जाएगा। कोरोना संक्रमण को देखते हुए शारीरिक दूरी के साथ सभी सुरक्षा के उपाय अपनाए जाएंगे। मतदान के लिए विधायकों का प्रवेश एक नंबर द्वार और वापसी तीन नंबर द्वार से होगी। सांची द्वार से प्रवेश करते हुए विधायक सेंट्रल हॉल में बनाए गए मतदान केंद्र में पहुंचेंगे। यहां कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवार, उनके अधिकृत अभिकर्ता और दल के प्रतिनिधियों के बैठने का अलग से इंतजाम किया गया है। एक-एक विधायक मतदान केंद्र में आएंगे और मतपत्र में वरीयता अंकित कर मतपत्र मतपेटी में डालेंगे।