भोपाल, डेस्क रिपोर्ट | चुनावी माहौल में शिवराज सरकार (Shivraj Government) के ही एक मंत्री ने जब आधी रात को अस्पताल पहुंचकर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का खुलासा किया तो यह मामला सियासी हो गया| कांग्रेस (Congress) ने मुद्दे को लपकते हुए सरकार पर चौतरफा हमला बोलना शुरू कर दिया| इधर, मंत्री के निरीक्षण के बाद एक्शन भी हुआ है| सीएमएचओ (CMHO) ने गढ़ाकोटा अस्पताल (Garhakota Hospital) के तीन कर्मचारी को निलंबित कर दिया है। वहीं बीएमओ और ड्यूटी डॉक्टर को नोटिस जारी किया है।
दरअसल, भाजपा के वरिष्ठ नेता व शिवराज सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव (Minister Gopal Bhargav) गुरुवार आधी रात को स्कूटी चलाकर सागर जिले के गढ़ाकोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंच गए। औचक निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि अस्पताल में न तो कोई डाक्टर ड्यूटी पर था, न नर्स और न ही कोई स्वास्थ्य कर्मचारी था। गोपाल भार्गव पूरे अस्पताल में आवाज लगाते रहे, लेकिन कोई कर्मचारी नहीं नजर आया। गोपाल भार्गव ने खुद इस स्टिंग का वीडियो फेसबुक पर शेयर किया और कहा कि मुझे शिकायत प्राप्त हो रही थी कि गढ़ाकोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को घंटों प्रतीक्षा करनी पड़ती है लेकिन कोई भी डॉक्टर या कर्मचारी उन्हें नहीं मिलते, जिसके बाद रात्रि में 2:30 बजे मैंने औचक निरीक्षण किया मेरे साथ में गढ़ाकोटा नगर के कुछ आमजन भी मौजूद थे| मैंने पूरी अस्पताल का भ्रमण किया जोर जोर से आवाज भी लगाई, लेकिन कोई भी डॉक्टर, कंपाउंडर, नर्स या पैरामेडिकल स्टाफ यहाँ तक कि चोकीदार भी अस्पताल में उपस्थित नहीं मिला।