MP उपचुनाव से पहले एंदल सिंह कंसाना को झटका, बेटे के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी

Pooja Khodani
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश उपचुनाव (Madhya Pradesh by-election) की तारीखों के ऐलान के बीच एक बड़ी खबर मिल रही है। शिवराज सरकार (Shivraj government) में मंत्री मंत्री ऐंदल सिंह कंसाना (aidal singh kansana) के बेटे बंकू कंसाना (Bunku Kansana) के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है।बंकू के साथ अन्य आरोपी नरेश,उम्मेद ,रामराज, कृष्णा और छोटा उर्फ़ छोटू हैं। एसपी केसर सिंह शेखावत को कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट मिलते ही उन्होंने मुल्जिमों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम मुरैना भेज दी हैं।सभी पर राजस्थान पुलिस के दो सिपाहियों को बंधक बनाकर पीटने का आरोप है

दरअसल, मामला 8 अक्टूबर 2019 का है। राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) के दो सिपाहियों को बंधक बनाकर पीटने का आरोप है । आरोप है कि राजस्थान में धौलपुर के कोतवाली थाने में तैनात दो कॉन्स्टेबल विजयपाल सिंह और हरिओम यादव चंबल पुल की ओर मध्य प्रदेश की सीमा (Border of Madhya Pradesh) तक गश्त कर रहे थे, इसी बीच मुरैना (Morena) की ओर से कार और बाइक सवार दर्जन भर लोगों ने पुलिसकर्मियों की बाइक रुकवा और मध्य प्रदेश की सीमा में ले जाकर बेल्ट और डंडों से पिटाई कर दी। घटना में ऐदल सिंह कंसाना के पुत्र बंकू कंसाना भी शामिल था, इसके बाद में पुलिसकर्मियों को छोड़कर सभी लोग उनकी बाइक लेकर फरार हो गए।

इसके बाद दोनों पुलिसकर्मियों ने धोलपुर की कोतवाली थाने में 15 मुल्जिमों के खिलाफ मुकदमा नंबर 405/19 में आईपीसी की धारा 147,148,149,332,353,307,395,397 में मामला दर्ज करवाया था, इसमें धौलपुर पुलिस ने 9 मुल्जिमों को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि बंकू कंसाना सहित 6 मुल्जिम फरार चल रहे थे। इसी के चलते मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट धौलपुर ने गिरफ्तारी वारंट (arrest warrant) जारी किया है। कोर्ट के आदेश के बाद धौलपुर एसपी केसर सिंह शेखावत (SP Kesar Singh Shekhawat) ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक पुलिस टीम मुरैना भेजी है। जो इन आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करेंगी। इस मामले में धौलपुर पुलिस ने 9 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। सभी आरोपी मुरैना जिले के सरायछोला थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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