MP News : नवंबर में नर्सिंग कॉलेजों में होंगे एडमिशन, नए कॉलेज खोलने और सीटें बढ़ाने को लेकर ये है सरकार का फैसला

माना जा रहा है कि अभी भी कई कॉलेज ऐसे हैं जिनके पास खुद के भवन नहीं है और वे किराये के भवन में चल रहे हैं, यदि ऐसा है तो उन्हें इस साल मान्यता नहीं मिल पायेगी, यानि इस साल कॉलेजों की संख्या घटना तय है।

nursing student

MP News : नर्सिंग की फील्ड में काम करने के इच्छुक युवाओं के लिए ये खबर उपयोगी है, मध्य प्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों में नवम्बर महीने में एडमिशन प्रक्रिया शुरू होगी, प्रवेश के इच्छुक अभ्यर्थी इस पर नजर रख सकते हैं अभी नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता नवीनीकरण का काम चल रहा है।

29 अक्टूबर को पूरी होगी मान्यता नवीनीकरण प्रक्रिया 

लगभग एक साल बाद मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता के लिए नवीनीकरण प्रोसेस इन दिनों जारी है, मान्यता सत्र 2024-25 के लिए दी जा रही है, अगले सत्र के लिए फिर ये प्रक्रिया अपनाई जाएगी, इस महीने की 29 तारीख तक नवीनीकरण पर निर्णय हो जायेगा और सीटों की संख्या भी निर्धारित हो जाएगी।

नवंबर में नर्सिंग के अलग अलग कोर्स में मिलेंगे प्रवेश  

इस पूरी प्रक्रिया के बाद अगले महीने यानि नवंबर में नर्सिंग कॉलेजों में जीएनएम, बीएससी नर्सिंग सहित अन्य कोर्स के लिए प्रवेश के लिए प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, प्रवेश के लिए काउंसलिंग एमपी ऑनलाइन के माध्यम से कराई जाएगी, इसका पूरा डिटेल शेड्यूल जल्दी ही जारी किया जायेगा।

इस साल नर्सिंग कॉलेजों की संख्या घट सकती है 

आपको बता दें कि अभी कॉलेजों को जो मान्यता दी गई थी उसमें 2018 के नियम के तहत कॉलेजों को पांच साल में अपना खुद का निजी भवन होने की शर्त लगाई गई थी, ये अवधि 2023 में पूरी हो गई, माना जा रहा है कि अभी भी कई कॉलेज ऐसे हैं जिनके पास खुद के भवन नहीं है और वे किराये के भवन में चल रहे हैं, यदि ऐसा है तो उन्हें इस साल मान्यता नहीं मिल पायेगी, यानि इस साल कॉलेजों की संख्या घटना तय है।

प्रवेश की तारीख बढ़ाने सुप्रीम कोर्ट जाएगी मप्र सरकार 

यहाँ बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के मुताबिक पहले प्रवेश की अंतिम तिथि 30 सितम्बर थी जिसे मध्य प्रदेश सरकार के अनुरोध पर बढ़ा दिया था और उसी आधार पर नवम्बर में एडमिशन होंगे लेकिन माना जा रहा है कि मप्र सरकार एक बार फिर प्रवेश की तिथि बढ़ाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में निवेदन करेगी, यहाँ गौर करने वाली बात ये भी है कि सरकार ने ये तय किया है कि इस सत्र में कोई भी नया नर्सिंग कॉलेज नहीं खोल जायेगा और ना ही सीटों की संख्या में वृद्धि की जाएगी। इस सत्र में केवल मान्यता नवीनीकरण होगा।


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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