आखिर कहाँ से आई भोपाल के बड़े तालाब में मगरमच्छ के मुँह वाली मछली, विभाग ने बताई यह वजह

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Bhopal- Crocodile mouth fish in big pond : भोपाल के बड़े तालाब में मिली मगरमच्छ के मुहँ वाली मछली की पहेली विभाग ने सुलझा ली है, मछुआ कल्याण और मत्स्य विकास विभाग के संचालक भरत सिंह की मए तो  भोपाल के बड़े तालाब में मगरमच्छ के समान जबड़े तथा नुकीले दाँतों वाली मछली किसी स्थानीय व्यक्ति को फिशिंग करते समय मिली है। यह मछली प्रमुखतः उत्तरी अमेरिका में पायी जाने वाली प्रजातियों में एलीगेटर गार के नाम से जानी जाती है। यह मछली इससे पहले मध्यप्रदेश में किसी भी प्रकार की जल संरचनाओं अंतर्गत प्रकाश में नही आयी है भोपाल के बड़े तालाब में एलीगेटर गार मछली पहली बार वीडियो वायरल होने और खबरों के  माध्यम से संज्ञान में आयी है, भोपाल में शोभायमान मछलियों को ऐक्वेरियम में पालन का चलन बहुतायत है तथा विभिन्न प्रकार की शोभायमान मछलियाँ लोग अन्य प्रदेशों से लाकर भी पालते है, इसलिये संभावना है कि स्थानीय व्यक्तियों द्वारा शोभायमान मछलियों के रूप में लाकर अपने ऐक्वेरियम में रखा गया हो, समयोपरांत इसका आकर बड़ा होने पर इसकी हिंसक प्रवृति के कारण बड़े तालाब में छोड़ दिया गया हो। अतः किसी स्थानीय व्यक्ति द्वारा इसे तालाब में छोड़े जाने की अत्यधिक संभावना है।

इस मछली के मिलते ही मच गया था हड़कंप, जिसने देखा रह गया हैरान 

उत्तरी अमेरिका में पाई जाने वाली एलिगेटर गार फिश भोपाल के बड़े तालाब में तीन दिन पहले एक युवक को फिशिंग करते समय में हुक में फँसने के बाद मिली थी,इसका मुंह घड़ियाल की तरह होता है और ये इंसानों पर भी हमला करती है। तालाब में मिली मछली की लंबाई करीब डेढ़ फीट है, जो 12 फीट तक हो सकती है। वन अधिकारियों का कहना है कि पहली बार ये मछली मिली है। ये मांसाहारी होती है।

फोटो सोशल मीडिया पर डालते ही वायरल हो गई

दरअसल यह मछली  बड़े तालाब में यह मछली अनस खान की फिशिंग रॉड के कांटे में फंसी। उन्होंने इसको बाहर निकाला तो मछली मर चुकी थी। अनस ने इसकी फोटो जैसे ही सोशल मीडिया पर डाली, वैसे ही यह वायरल हो गई।  इस मछली के दांत बड़े-बड़े आरी की तरह होते हैं। इसकी उम्र 18 से 20 वर्ष होती है।


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Sushma Bhardwaj

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