भोपाल। चुनाव आयोग में शिकायत कर जबलपुर एसपी अमित सिंह का तबादला कराने के बाद से स्थानीय पुलिस भाजपा प्रत्याशी से बेहद नाराज है। एसपी के तबादले होने के बाद भाजपा नेताओं ने जिले के अन्य पुलिस अफसरों पर भी दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन स्थानीय पुलिस ने आचार संहिता में सख्त कार्रवाई की। यही वजह रही कि भाजपा नेता पुलिस अफसरों पर कई आरोप लगा रहे हैं। यहां तक कि भाजपा प्रत्याशी एवं प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने जबलपुर में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को चेतावनी दी है कि अस्थायी सरकार के कहने पर गलत काम किया तो परिणाम अच्छे नहीं होंगे।
दरअसल भाजपा ने पिछले महीने चुनाव आयोग को जबलपुर के निवर्तमान एसपी अमित सिंह की कांग्रेस नेताओं से नजदीकी होने की शिकायत की थी। जिसमें सिंह से जुड़ा एक वीडियो भी शामिल था। वीडियो में एसपी सिंह एक शादी समारोह में नेताओं के साथ डांस करते दिखाई दे रही है। इस शादी में केंद्रीय मंत्री वीरेन्द्र खटीक समेत अन्य भाजपा नेता भी शामिल हुए थे। यह वीडियो आचार संहिता लागू होने से पहले 21 फरवरी को सागर में आयोजित एक शादी समारोह का था। इसी वीडियो को आधार बनाकर भाजपा ने चुनाव आयोग से निष्पक्ष चुनाव के लिए एसपी को हटाने की मांग की थी। जबलपुर के स्थानीय राजनीतिक सूत्र बताते हैं कि एसपी के तबादले के बाद से जबलपुर पुलिस ने कानूनी तौर पर सख्ती बरतना शुरू कर दिया है। आए दिन अवैध शराब, हथियार, चैकिंग सख्ती से की जा रही है। जांच की जद में राजनीतिक दलों से जुड़े कई लोग भी आए हैं, लेकिन पुलिस ने बिना किसी दबाव के कार्रवाई की है।
कार्यकर्ता का वाहन पकडऩे पर भड़के राकेश
राकेश सिंह जबलपुर में भाजपा के एक वकील कार्यकर्ता के साथ टीआई द्वारा दुर्व्यवहार का विरोध जताने थाने गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में बड़े पैमाने में पुलिस महकमे सहित अन्य विभागों में हुए तबादलों से कर्मचारी-अधिकारी मनमाने तरीके से भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ अत्याचार कर रहे हैं। ये सब किसके कहने पर हो रहा है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को अस्थाई सरकार द्वारा दिए गए आदेश के आधार पर ये सब हो रहा है। जबलपुर भाजपा से जुड़े सूत्र बताते हैं कि राकेश से पुलिस खफा है।