भोपाल। राजधानी के बैरागढ़ थाना में कथित रूप से पुलिस की पिटाई से हुई युवक की मौत के मामले में अब वायरल हुए एक वीडियो से नया खुलासा हुआ है| पुलिस ने एक वीडियो जारी कर ये दावा किया है कि मौत के बाद शिवम के रिश्तेदारों ने ही लाश से अंगूठी, सोने की चेन और पैसे निकाले थे। पुलिस अब इस वीडियो को बतौर सबूत न्यायिक जांच में शामिल करेगी। वायरल हुए इस वीडियो में एक युवक मृतक शिवम के शरीर से सोने की अंगूठी, चेन और पैसे निकाल रहा है।
दरअसल, शिवम की मौत के बाद परिजनों ने पुलिस पर पीट पीटकर मार डालने के आरोप लगाए थे, साथ ही कहा था कि पुलिस ने उसकी 15 तोले की सोने की चेन, जेब में रखे हजारों रुपए निकाल लिए थे। मामला गरमाने के बाद सरकार ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। हालांकि पीएम रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक को बताया जा रहा है। इस बीच जो वीडियो वायरल हो रहा है, वो हमीदिया अस्पताल का है। जहां शिवम के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया गया था। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है एक युवक मृतक शिवम के शरीर से सोने की अंगूठी, चेन और पैसे निकाल रहा है। इस दौरान एक पुलिसकर्मी भी शव की जांच कर रहा, ताकि ये पता लगाया जा सके कि मृतक के शरीर पर कोई कीमती सामान तो नहीं रह गया। वायरल हो रहे इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ नहीं करता है|
शिवम के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या के अलावा लूट का मामला दर्ज करने की भी मांग की है। लेकिन इस वीडियो के सामने आने के बाद जांच की दिशा बदल सकती है। क्योंकि वीडियो में पुलिस मृतक के शरीर से जेवर निकालते नहीं दिख रही। वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर तत्काल 5 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर प्रकरण की न्यायिक जाँच के आदेश जारी किए गए। सरकार की ओर से बाकायदा इसकी सूचना भी जारी की गई है। हालांकि पुलिस का पक्ष मजबूत करने के लिए सरकार ने चश्मदीद का बयान भी जारी किया है। चश्मदीद गवाह लोकेश आसवानी के अनुसार कार बीआरटीएस कॉरिडोर से इतनी तेजी से टकराई कि टक्कर से 8 रेलिंग टूटकर सड़क के दूसरी तरफ गिरी जिससे चश्मदीद गवाह आसवानी के वाहन को भी क्षति पहुँची। कार लगभग 110-120 की स्पीड से कार चल रही थी। उस समय कार में दो युवक और एक युवती भी सवार थे। पुलिस आसवानी की रिपोर्ट पर भी कार्यवाही कर रही है। यही पुलिस के बचाव का मजबूत पक्ष हो सकता है।