दतिया|सत्येंद्र रावत| मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के गृह और स्वास्थ्य मंत्री (Home and health misnister) का पदभार संभालने के बाद से लगातार अपने नवाचारों को लेकर सक्रियता बनाए डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा (DR.Narottam Mishra) ने रविवार को कुछ ऐसा किया जिसे पुलिस के जवान खुशी से हैरान रह गए। दरअसल इस समय पूरे प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ रही है और कोरोना Corona के कारण लगातार ड्यूटी ने पुलिसकर्मियों को थकान से बेहाल कर दिया है। ऐसे में रविवार को ड्यूटी कर रहे जवान उस समय हतप्रभ रह गए जब मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा उनके बीच पहुंचे और उनकी थकान उतारने के लिए खुद अपने हाथों से उन्हें सत्तू पिलाया । इतना ही नहीं मंत्री जी ने खुद भी उन लोगों के साथ बैठकर सत्तू पिया और उनके परिजनों के हाल-चाल जाने ।
मंत्री जी के इस स्नेहिल व्यवहार से पुलिसकर्मी भारी अभिभूत थे और उनका कहना था कि पहली बार उनकी जिंदगी में ऐसा हुआ है जब सरकार के एक मंत्री ने उन्हें इतना महत्व दिया है। इस अवसर पर डा.नरोत्तम मिश्रा ने जवानो से कहा कि 70 साल की आजादी के बाद भी जो काम बार-बार कहने के बाद भी नहीं हो सका , एक झटके में इस वैश्विक महामारी कोरोना ने कर दिया। लोग कहते थे ,यह अंग्रेजो की पुलिस है, लोग कहते थे यह अत्याचारी और जुल्मी पुलिस है ,लोग कहते थे कि पुलिस चौराहों पर इसलिए खड़ी रहती है क्योंकि वसूली कर रही होती है । लगातार यह बात होती थी कि पुलिस की छवि कैसे बदली जाए और यह काम तमाम प्रयासों के बाद भी नहीं हुआ लेकिन कोरोना की इस महामारी ने एक झटके में पुलिस की छवि बदल दी। 45 डिग्री की कड़कती धूप में सुबह से शाम तक परिवार की चिंता किए बिना अगर कोई जवान मुस्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी दे रहा है तो आम आदमी के मन में उसके प्रति कृतज्ञता का भाव है कि उसके कारण व सुरक्षित अपने घर में परिवार के साथ आराम से बैठा है। बाजार से निकलते पुलिस की चेकिंग प्वाइंट से निकलते समय आम आदमी के दिल और दिमाग में पुलिस के प्रति जो सम्मान का भाव आज दिखाई दे रहा है ,वह बता रहा है कि सीमा पर खड़ा भारत का जवान और देश के भीतर खड़ा पुलिस का जवान आज इज्जत और सम्मान के मामले में बराबरी पर खड़े है। मैं जानता हूं कि कितनी कठिन परीक्षा से समय आप लोग गुजर रहे हैं। सेहत की चिंता किए बिना ,परिवार से दूर बच्चों से दूर ,इस प्रदेश को ,इस देश को बचाए रखने के लिए प्राण प्रण से जुड़े हुए। चिंता मत करो मेरे दोस्तों। यह मेहनत यह तपस्या यह परिश्रम हम व्यर्थ नहीं जाने देंगे ।आपदा की घड़ी निकल जाने दो ।हम और आप बैठ कर, मिलकर यह तय करेंगे कि आपका और आपके परिवार का भविष्य कैसे सुरक्षित हो ,कैसे आप और आपके परिवार के लोग भी तरक्की कर पाए और इसमें पुलिस डिपार्टमेंट कैसे आपकी उन्नति और प्रगति के अवसर अधिक से अधिक तलाशे।