अपनी मांगों को लेकर डिप्टी सीएम के पास पहुंचे एड्स कंट्रोल समिति के कर्मचारी, आंदोलन की दी चेतावनी

एड्स कंट्रोल समिति के कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गई, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। पढ़ें विस्तार से पूरी खबर...

Sanjucta Pandit
Published on -

Bhopal News : राजधानी भोपाल से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है, जब एड्स कंट्रोल समिति के कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला के निवास पर पहुंचे। इस दौरान बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने अपनी समस्याओं को रखते हुए वेतन और सुविधाओं की मांग को लेकर डिप्टी सीएम से गुहार लगाई है।

बता दें कि एड्स कंट्रोल समिति के कर्मचारी पिछले 20 से 25 वर्षों से संविदा पर कार्यरत हैं, लेकिन एड्स नियंत्रण समिति के करीब 818 कर्मचारी अब भी सुविधाओं से वंचित हैं।

MP

पूर्व CM शिवराज सिंह चौहान ने की थी घोषणा

हालांकि, अन्य विभागों के संविदा कर्मचारियों को यह लाभ दिया जा चुका है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने कार्यकाल में संविदा कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों के समान वेतन सुविधा देने की घोषणा की थी, लेकिन यह घोषणा एड्स कंट्रोल समिति के कर्मचारियों के लिए अभी तक लागू नहीं हो सकी है। एड्स कंट्रोल समिति के कर्मचारी लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग के अधीन कार्यरत हैं। वे एड्स जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों के संपर्क में रहते हैं और जोखिम उठाते रहते हैं। इसके बावजूद कर्मचारी मजबूर होकर आज मंत्री के बंगलों के चक्कर काट रहे हैं।

आंदोलन की दी चेतावनी

मामले को लकेर कर्मचारियों का कहना है कि हर बार उन्हें केवल आश्वासन दिया जाता है, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। समान वेतन की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन इसे लेकर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वहीं, कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गई, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।


About Author
Sanjucta Pandit

Sanjucta Pandit

मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

Other Latest News