एक बार फिर एमपी के बेटे ने देश में प्रदेश का मान बढ़ाया है।खरगोन जिले के 18 वर्षीय भारतीय राइफल शूटर ऐश्वर्य प्रताप सिंह ने टोक्यो ओलंपिक एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप में भारत के लिए 13वां कोटा हासिल किया है। रविवार को दोहा में चल रहे एशियन निशानेबाजी चैंपियनशिप के 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में ऐश्वर्य तीसरे स्थान पर रहे और कांस्य पदक अपने नाम किया। इसी के साथ भारत के ओलंपिक इतिहास में अब सबसे अधिक कोटे हो गए हैं, इससे पहले 2016 में रियो ओलंपिक में भारतीय निशानेबाजों ने 12 कोटे हासिल किए थे।
इससे दो दिन पहले भोपाल की चिंकी यादव पिस्टल में कोटा दिला चुकी हैं। इस तरह शूटिंग में भारत अब 15 कोटे हासिल कर चुका है। इनमें से छह तो इसी चैंपियनशिप में मिले हैं। ऐश्वर्य इस इवेंट में कोटा हासिल करने वाले संजीव राजपूत के बाद दूसरे भारतीय हैं।वे मप्र राज्य शूटिंग अकादमी के खिलाड़ी है।वही वे अकादमी के दूसरे ऐसे खिलाड़ी हैं, जिसने टिकट टू टोक्यो हासिल किया है। ऐश्वर्य ने 449।1 का कुल शॉट लगाया और चीनी-कोरियाई खिलाड़ियों के बाद तीसरे स्थान पर रहे। ऐश्वर्य की जीत के साथ भारत को टोक्यो 2020 ओलंपिक के लिए 13वां कोटा मिल गया। उनके अलावा मेराज अहमद और अंगद सिंह ने भी रविवार को कोटा हासिल किया है।
कौन है ऐश्वर्य
-खरगोन जिले के रतनपुर गांव के रहने वाले है ।
-एक कृषक परिवार के बेटे हैं।
-चार साल पहले भोपाल अकादमी में आए।
-ओलिंपिक कोटा पाने वाले देश के 13वें शूटर बने।
– चार सालों में इंटरनेशनल लेवल पर एक गोल्ड ,एक ब्रॉन्ज जीते।
-राष्ट्रीय स्तर पर 9 गोल्ड, दो सिल्वर और दो ब्रांज जीत चुके है।
-कोच- सुमा शिरूर, सुनीता लाखन, वैभव शर्मा।