भोपाल।
मप्र विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने प्रदेश सरकार पर लोकतंत्र का चीरहरण करने की साजिश का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार के इशारे पर मतदान को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। अजय सिंह ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा है कि आयोग सरकार की कठपुतली के रूप में कार्य कर रहा है। अजय सिंह ने खराब ई.वी.एम मशीन वाले मतदान केंद्रों में पुनर्मतदान की मांग की। बताते चले कि नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने धर्मपत्नी सुनीति सिंह, पुत्र अरुणोदय सिंह के साथ सांडा शिवराजपुर पोलिंग बूथ पर मतदान करने पहुंचे थे।
अजय सिंह ने मतदान के दौरान बड़े पैमाने पर मशीनों के खराब होने को एक बड़ी साजिश का हिस्सा बताया है । आयोग पिछले कई महीनों से चुनावी तैयारियों का दावा कर रहा है जबकि हकीकत क्या है यह मतदान के दिन पता चल गया। उन्होंने आयोग से उन मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान की मांग की।उन्होंने कहा कि विंध्य प्रदेश के सतना, रैगांव, रामपुर, चित्रकूट, मैहर सहित 30 विधानसभा सीटों में मशीने खराब हुई और उन्हें बदला गया। कई जगह दो पहर दो बजे तक मतदान नहीं हो पाया।
सिंह ने कहा कि प्रदेश में कई जगह अन्य स्थानों पर ई.वी.एम. मशीनें बरामद हुई। इससे चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। यह संयोग या साजिश है कि ई.वी.एम. मशीनें उन्हीं मतदान केंद्रों पर खराब हुई जहां कांग्रेस मजबूत है।बदलाव की आंधी रोकने की इस कायराना कोशिश को जनता असफल करेगी।
बता दे कि मध्यप्रदेश में 230 विधानसभाओं पर मतदान किया जा रहा है। अब तक राज्य में 100 से ज्यादा मतदान केंद्रों (भोपाल, सतना, भिंड, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन, खरगोन) पर ईवीएम और वीवीपैट मशीनों में खराबी की शिकायतें मिली हैं। इससे ना सिर्फ मतदान प्रभावित हुआ है बल्कि मतदाताओं को भी घंटों लंबी लाइन में खड़े होकर इंतजार करना पड़ रहा है। हालांकि शिकायत के बाद यकायक मशीन बदलने का भी सिलसिला जारी है। वही ईवीएम गड़बड़ी को लेकर कांग्रेस ने आयोग से शिकायत की है और पुर्नमतदान कराए जाने की मांग की है।