भोपाल।
एमपी में कांग्रेस की सत्ता होने के बावजूद कई नेताओं को पार्टी द्वारा दरकिनार किया जा रहा है, जिसके चलते समय समय पर उनका दर्द छलक आता है। अब पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का दर्द छलका है। उनका कहना है कि न मैं मंत्री हूं और ना ही मैं विधायक हूं, मेरे पास वही लोग आते है जिनकी कोई नही सुनता।
दऱअसल, हाल ही में कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह द्वारा बीजेपी के 3 से 4 विधायकों के संपर्क में होने के दावे किया गया था। जिसको लेकर आज मीडिया ने पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह से सवाल किया तो उनका दर्द छलक पड़ा। उन्होंने कहा कि ना मैं मंत्री हूं और ना ही विधायक ।मेरे पास तो वो लोग आते है जिनकी कोई नहीं सुन रहा है। सिंह ने आगे कहा कि हां मेरे पास, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आते है, जो अपनी बात कहना चाहते है। वही जब उनसे दिग्विजय सिंह के भाई और चाचौड़ा से कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह के सीएम कमलनाथ को दी गई नसीहत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैंने उनका बयान सुना नहीं है। मैं किसी अन्य नेता के बारे में क्या कहूं। बता दे कि बीते दिनों अजय सिंह का नाम पीसीसी चीफ के लिए तेजी से चर्चाओं में आया था, लेकिन सियासत गर्माने पर उन्होंने इससे इंकार कर दिया था।
मूर्ति विवाद और लोधी को लेकर कही ये बात
वही भोपाल में मूर्ति को लेकर छिड़े विवाद पर अजय सिंह ने कुछ भी कहने से मना कर दिया। हालांकि उन्होंने इतना जरुर कहा कि मुझे प्रतिमा के अनावरण की जानकारी दी थी, इसके अलावा मुझे कुछ नहीं पता। महापौर ही इस मामले में ज्यादा बता सकते है।वही बर्खास्त भाजपा विधायक प्रहलाद लोधी की सदस्यता बहाली के लिए बीजेपी के राजभवन जाने पर कहा कि महाराष्ट्र में राज्यपाल ने क्या किया यह सबको पता है। राज्यपाल को महाराष्ट्र में ऐसा नहीं करना था। लोधी में मामले में राज्यपाल कुछ भी कर सकते है। इस पर उन्होंने संभावना भी जताई।