भोपाल।
शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार (Shivraj cabinet expansion) के बाद बीजेपी में असंतोष का माहौल है,यही कारण है सात दिन बीत जाने के बावजूद मंत्रियों में विभागों का बंटवारा नही हो पाया है। वही मंत्री पद ने मिलने से भाजपा के कई दिग्गज विधायक नाराज हो गए है और लगातार अपने बयानों से सरकार और पार्टी की मुश्किलें बढाकर कैबिनेट में शामिल होने के लिए ऐड़ी से चोटी तक का जोर लगा रहे है। इनमें सबसे चर्चाओं में ग्रामीण विधानसभा पाटन से भाजपा के दिग्गज विधायक व पूर्व मंत्री अजय विश्नोई (Former Minister And BJP MLA Ajay Vishnoi) का नाम है, जिनका दर्द कभी बयानों से तो कभी सोशल मीडिया के माध्यम से छलक रहा है।
एक बार फिर अजय विश्नोई ने विभागों के बंटवारे में हो रही देरी को लेकर पार्टी पर तंज कसा है। विश्नोई ने आज बुधवार को फिर ट्वीट करते हुए कहा कि पहले मंत्रियों की संख्या और अब विभागों का बंटवारा। मुझे डर है कही भाजपा का आम कार्यकर्ता हमारे नेता की इतनी बेइज्जती से नाराज न हो जाय। नुकसान हो जाएगा।विश्नोई के इस ट्वीट का राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के दिग्गज नेता विवेक तन्खा (Rajya Sabha MP and veteran Congress leader Vivek Tankha) ने भी सपोर्ट किया है और लिखा है कि पहले कांग्रेस का नुकसान हुआ और अब बीजेपी(BJP) की बारी है। बहुत सही अजय विश्नोई जी।
विन्नोई के इस बयान से पार्टी में हलचल तेज हो गई है। बार बार विश्नोई के पार्टी विरोधी बयान उनके मंत्री ना बनाए जाने के दर्द को बयां कर रहे है। बता दे कि मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले पूर्व मंत्री अजय विश्नोई के मंत्री बनने की चर्चाएं जोरो पर थी। इतना ही नहीं वो जबलपुर से दावेदार भी थे। लेकिन उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया, जिसको लेकर अब उनकी नाराज़गी साफ़ दिखाई दे रही हैं।माना जा रहा है कि बड़े नेता जल्द विश्नोई से मुलाकात कर नाराजगी को दूर कर सकते है।
विस्तार के बाद सुर्खियों में आई थी विश्नोई की पोस्ट
इससे पहले जबलपुर से किसी विधायक को मंत्री ना बनाए जाने पर विश्नोई की एक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, जिसमें आने वाले समय में कुछ बड़ा करने के संकेत दिए गए थे।पोस्ट के माध्यम से उन्होंने कहा था कि समय शायद मुझसे कुछ बड़ा करवाना चाहता हैं। इसलिए हो सकता हो ये सब कुछ हुआ हो। उन्होंने आगे कहा कि अब इस माह ही में बड़े काम की तैयारी शुरू करूंगा। इतना ही नही उन्होंने हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज को पत्र भी लिखा था, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से यह गुजारिश की है कि महाकौशल और विंध्य इलाके में किसी वजनदार नेता को पार्टी ने मंत्री नहीं बनाया है। इन दोनों ही क्षेत्रों के विकास के लिए मुख्यमंत्री खुद इन जिलों के प्रभारी बनें जिनसे की विकास की गति बनी रहे।अजय विश्नोई मध्य प्रदेश सरकार में पहले भी दो बार मंत्री रह चुके हैं। इस बार भी यह कयास लगाया जा रहा था कि अजय विश्नोई को मंत्रालय में मौका मिलेगा, लेकिन उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया।
(भोपाल से पूजा खोदाणी की रिपोर्ट)