भेपाल।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बयान पर विधानसभा स्पीकर एनपी प्रजापति ने पलटवार किया है। प्रजापति ने शिवराज के पेड़ काटकर विधायकों के घर बनाये जाने के प्रस्ताव के विरोध करने पर दुख जताया है। इस फैसले का विरोध करने पर उन्होने शिवराज को विधायक विरोधी बताया है।
आज मीडिया से चर्चा करते हुए विधानसभा स्पीकर ने कहा कि शिवराज सरकार के समय ही सभी तरह की परमिशन मिली थी। नए एमएलए रेस्ट हाउस बनाने की कवायद बीजेपी सरकार में ही शरु हुई थी।मौजूदा समय में रुके हुए कामों को आगे बढ़ाया जा रहा है। प्रजापति ने कहा कि विधानसभा के कामकाज में टीका टिप्पणी करना ठीक नहीं है।जिसको भी बात करनी है मुझसे सीधा आकर वन टू वन करे,बीजेपी नेताओं को छपास की बीमारी है, इसे खत्म करे। वही उन्होंने रिटायर्ड अफसरों को को भी नसीहत दी।
दरअसल, पेड़ों की बलि देकर बनाए जा रहे विधायकों के विश्रामगृह का पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विरोध किया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा परिसर में हरियाली खत्म करके विधायकों के विश्रामगृह बनाने की जिद का कोई औचित्य नहीं है। यह जनता की भावना के भी विपरीत है। लोकलाज से ही लोकतंत्र चलता है। शिवराज सिंह ने कहा कि जब वे मुख्यमंत्री थे, तब भी यह प्रस्ताव आया था, लेकिन लोगों के विरोध के बाद खुद उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से बात की, जिसके बाद उन्होंने इसका विचार त्याग दिया। अब फिर इसे बनाने की कवायद गलत है।शिवराज का कहना है वे इस बारे में मुख्यमंत्री कमलनाथ से बात करेंगे और उनसे मांग करेंगें की इसके लिए दूसरी जगह तलाशें।