भोपाल
मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित विस्तार (cabinet expansion) एक बार फिर टलता नजर आ रहा है। दरअसल इस समय कैबिनेट के नाम पर प्रदेश में सिर्फ पांच मंत्री हैं जो औपचारिक रूप से और संवैधानिक प्रक्रिया के हिसाब से कैबिनेट (cabinet) नहीं है। हर बार यह बात सामने आती है कि जल्द शिवराज (shivraj) अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे, लेकिन एक बार फिर मंत्रिमंडल विस्तार की तमाम अटकलों पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
दरअसल इसकी एक बड़ी वजह है राज्यपाल लालजी टंडन (Governor lalji tandan) का दस दिन के अवकाश पर लखनऊ (Lucknow) चले गये है। अब वे 19 जून को ही वापस लौटेंगे, यानी फिलहाल दस दिन तो मंत्रिमंडल का विस्तार होना ही नहीं है। इसके साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) के कोरोना पॉजिटिव (corona positive) निकलने की वजह से अब फिलहाल उनके भी तीन सप्ताह तक सक्रिय राजनीति में लौटने की उम्मीद कम है। इसके चलते अब लगता है कि कोई बड़ी बात नहीं जो मंत्रिमंडल का विस्तार जुलाई तक टल जाए। ऐसे में सिंधिया समर्थक व पूर्व विधायक जो इस्तीफा देकर बीजेपी (bjp) में शामिल हुए हैं उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि उन्हें अब अपने क्षेत्र में जवाब देना मुश्किल हो रहा है कि वह कब तक सरकार में मंत्री बनेंगे। और क्योंकि उनको चुनाव भी लड़ना है इसलिए उनको अपने राजनीतिक भविष्य की भी चिंता है। अब देखना यही है कि कोरोना के नाम पर मंत्रिमंडल का विस्तार कब तक टलता रहता है।