भोपाल।
नए पीसीसी चीफ की चर्चाओं के बीच प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया ने बड़ा बयान देकर सबकों चौंका दिया है। बावरिया का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष कोई महिला भी हो सकती है।जबकी अबतक दौड़ में केवल पुरुषों के ही नाम चल रहे थे, जिसमें सिंधिया का नाम सबसे आगे है। वहीं, दीपक बावरिया ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के सड़क पर उतरने के बयान का समर्थन भी किया है।इधर,महिला कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अर्चना जायसवाल ने भी दावेदारी पेश की है।उनका कहना है कि दिल्ली और हरियाणा की तर्ज पर मप्र में कांग्रेस का नेतृत्व होना चाहिए।
दरअसल, बुधवार को कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी बावरिया ने मीडिया से बातचीत में कहा कांग्रेस के लिए वचन पत्र महत्वपूर्ण है, बीजेपी की तरह कांग्रेस के लिए वचन पत्र जुमला नहीं है। सिंधिया ने भी वचन पत्र को पूरा करने की बात कही है, इसमें गलत कुछ भी नहीं है अगर मैं भी होता तो यही कहता, सिंधिया ने जो कहा वह सही है।चुंकी अबतक केवल समर्थक मंत्री ही बयान का समर्थन कर रहे थे, लेकिन अब बावरिया ने भी उनका खुलकर समर्थन किया है।
वही नए पीसीसी चीफ को लेकर बावरिया ने कहा सबके साथ समन्वय बनाने वाला डायनामिक व्यक्ति होगा। यह कोई महिला भी हो सकती है। वहीं, दीपक बावरिया ने कहा कि निगम-मंडल में नियुक्तियों का सिलसिला 15 दिनों में शुरू हो जाएगा। नियुक्तियां क्राइटेरिया के आधार पर की जाएंगी। सीएम कमलनाथ के साथ चर्चा हो चुकी है। ‘कोई महिला भी पीसीसी चीफ हो सकती है’ वाले बावरिया के इन बयानों ने जहां दावेदारों की धड़कने बढ़ा दी है वही कांग्रेस भी हलचल तेज कर दी है।
गौरतलब है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को लेकर अब तक ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम प्रबल दावेदारों में गिना जा रहा था। लेकिन राज्यसभा के लिए भी उनकी दावेदारी मानी जा रही है। सूत्रों की माने तो सिंधिया का राज्यसभा जाना तय है। इसके अलावा कमलनाथ कैबिनेट के कुछ मंत्रियों का नाम भी पीसीसी चीफ की दौड़ में है। वही पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन का नाम चर्चा में बना हुआ है। वह राहुल गांधी की भरोसेमंद मानी जाती है।ऐसे में मीनाक्षी को लेकर एक बार फिर अटकलें लगना शुरु हो गई है।वही मध्यप्रदेश कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता शोभा ओझा का नाम भी प्रदेश अध्यक्ष की रेस में शामिल है।