भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कलेक्टर ने दो माह के लिए धारा 144 लागू कर दी है। कलेक्टर के इस आदेश के बाद से सोशल मीडिया पर तरह तरह की फेक न्यूज़ वायरल होने लगी हैं। ऐसे में लोगों में डर और भ्रम पैदा हो रहा है। देश के सर्वोच्च न्यायालय में अयोध्या मामले की सुवाई पूरी हो चुकी है। 17 नवंबर से पहले फैसला आना है। ऐसे में किसी भी तरह की कोई घटना न हो इसलिए राजधानी को संवेदनशील मानते हुए धारा 144 को लागू किया गया है। साथ ही लोगों को एक एडवाइज़री भी जारी की गई है कि वह किसी भी तरह का प्रदर्शन नहीं कर सकते हैं। साथ ही किरायदारों को भी रखने से पहले पुलिस को जानकारी देना होगी।
दरअसल, प्रदेश की राजधानी होने के नाते यहां ज्यादा सावधानी बरती जा रही है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस किसी भी तरह की सांप्रदायिक घटना को होने से रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने में जुट गई है। इसलिए प्रशासन ने यह आदेश जारी किए हैं। प्रदेश भर में सुरक्षा व्यवस्था के लिए डीजीपी ने आदेश जारी किए हैं। लेकिन सोशल मीडिया पर विभिन्न प्रकार के मैजेस जिससे तनाव बढ़ने की संभावना हो उसकी जानकारी पुलिस को दें। वाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर किसी भी धार्मिक पोस्ट को शेयर करने से पहले उसमें लिखे संदेश को पढ़ले ताकि यह पता रहे कि उसमें किसी भी तरह का कोई धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की बात न हो। ऐसे में पोस्ट शेयर करने वाले पर कड़ी कार्रवाई भी हो सकती है। साथ ही जेल तक होने के प्रावधान है।