भारतीय जनता पार्टी ने आज 1 जुलाई को अपना नया अध्यक्ष चुन लिया, बैतूल विधायक अनुभवी नेता हेमंत खंडेलवाल के नाम पर सर्व सम्मति से मुहर लग गई और उन्हें चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की मौजूदगी में नियुक्ति पत्र सौंपा।
अध्यक्ष पद की दौड़ में हेमंत खंडेलवाल का नाम सबसे ऊपर था हालाँकि और नाम भी चर्चा में थे लेकिन अधिकांश नेताओं का मत यही था कि मुहर हेमंत खंडेलवाल के नाम पर ही लगेगी वे निर्विरोध चुने जायेंगे और ऐसा हुआ भी, अब ये चर्चा चल रही है कि बैतूल में भोपाल तक का सफ़र हेमंत खंडेलवाल के कैसे तय किया, क्या ऐसी वजह है जिस करना पार्टी ने उन्हें ये दायित्व सौंपा, आइये जानते हैं …
हेमंत खंडेलवाल इस समय बैतूल विधायक हैं, उन्हें राजनीति विरासत में मिली है, उनके पिता विजय कुमार खंडेलवाल भाजपा के बड़े नेता थे, वे बैतूल से सांसद भी रहे उनके निधन के बाद 2008 में हेमंत खंडेलवाल ने पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता, 2013 में पार्टी ने उन्हें बैतूल से विधानसभा का टिकट दिया जिसमें उन्होंने जीत दर्ज की, 2023 में फिर बैतूल सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे।
साफ छवि वाले नेता
दरअसल हेमंत खंडेलवाल मध्य भारत क्षेत्र में पार्टी का बड़ा चेहरा माने जाते हैं, अपने पिता की तरह ही हेमंत खंडेलवाल भी साफ छवि वाले नेता हैं, वे जनता के बीच रहते हैं, वे एक अनुभवी नेता हैं, उनको संगठन में काम करने का पुराना अनुभव है , वे बैतूल जिला अध्यक्ष रह चुके हैं, पार्टी के कोषाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
RSS से गहरा जुड़ाव
हेमंत खंडेलवाल निर्विवाद छवि के नेता तो हैं है उनका आरएसएस से भी गहरा जुड़ाव है, उनके व्यवहार और सियासी अनुभव के कारण उनके नाम पर सीनियर नेताओं ने आसानी से अपनी सहमति से दी, हेमंत मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की गुड लिस्ट में भी थे यानि सीएम भी उनके नाम पर सहमत थे, पार्टी भी ऐसा अध्यक्ष चाहती थी जो पार्टी और संघ दोनों के बीच समन्वय बना सके और ये विशेषता हेमंत खंडेलवाल के पास है, इसलिए वे पार्टी की पसंद बने ।
मध्यभारत अंचल को मजबूती
हेमंत खंडेलवाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने के पीछे एक और वजह समझ आती है वो ये कि पार्टी मध्य भारत अंचल को मजबूत करना चाहती है, चुनावी समीकरण बनाने में ये अंचल बड़ी भूमिका निभाता है, उल्लेखनीय है कि निवर्तमान अध्यक्ष वीडी शर्मा ग्वालियर चंबल अंचल का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव मालवा से आते हैं, उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा भी मालवा से आते हैं जबकि दूसरे उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला विन्ध्य क्षेत्र से आते हैं, महाकौशल सहित बुंदेलखंड के कई नेता मंत्रिमंडल के सहयोगी है ऐसे में मध्य भारत क्षेत्र को मजबूत कर पार्टी पूरे प्रदेश में सामंजस्य बैठाने का प्रयास कर रही है।





