Bhopal Hamidia Medical College Student Suicide Case : मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने भोपाल शहर में गांधी मेडिकल काॅलेज (हमीदिया) में शिक्षारत् डाक्टर आकांक्षा माहेश्वरी द्वारा मरीज को बेहोश करने में दिये जाने वाले डोज की चार गुना ज्यादा डोज लेकर जीएमसी हाॅस्टल में आत्महत्या कर लेने के मामले में संज्ञान लिया है। इस संबंध में यह तथ्य सामने आया कि मृतका के पिता ने यह कहा है कि उनकी बेटी से 40-40 घंटे तक लगातार ड्यूटी कराई जाती थी, जिससे वर्क प्रेशर से वह हमेशा भारी तनाव में रहती थी और अक्सर कहती थी कि उससे इतना प्रेशर झेला नहीं जाता। वह इतनी परेशान थी कि डाक्टरी की पढ़ाई भी छोड़ देने की बात कहती रहती थी।
नोटिस जारी
मृतका जीएमसी से पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट मे पीजी कर रही थी। वह फर्स्ट ईयर में थी। पुलिस को मौके से ढ़ाई-ढ़ाई एमएल के एनेस्थीसिया इंजेक्शन की चार खाली शीशी, 50 एमजी पेन किलर का खाली इंजेक्शन और सीरिंज मिलीं। मृतका के परिजनों ने अफसरों के दबाव में पुलिस द्वारा उनकी एफआईआर तक दर्ज नहीं करने की बात भी कही है। इस गंभीर मामले में आयोग ने आयुक्त, स्वास्थ्य सेवाएं, मप्र शासन, आयुक्त, चिकित्सा शिक्षा, मप्र शासन तथा पुलिस कमिश्नर, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर 15 दिन में तथ्यात्मक जवाब मांगा है। साथ ही यह भी कहा है कि मृतका के गत तीन माह के ड्यूटी चार्ट एवं उपयोगित दवाओं की उपलब्धता के सम्बन्ध में भी स्पष्ट प्रतिवेदन दें।