भोपाल
इन दिनों पॉजिटिव का अर्थ बदल सा गया है, पॉजिटिव सुनते ही नेगेटिव खबर सामने आ जाती है। उसपर अगर दो पॉजिटिव मिल जाए तो मामला और खतरनाक हो सकता है। लेकिन भोपाल में एक व्यक्ति ने दो खतरों की दस्तक के बाद भी हार नहीं मानी और अपने जज्बे से कोरोना को हरा दिया। दरअसल भोपाल में एक एचआईवी पॉजिटिव (HIV positive) व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव (corona positive) भी पाया गया, लेकिन आखिरकार उसने कोरोना से जंग जीत ही ली। AIIMS के डॉक्टरों का कहना है कि ये देश का पहला ऐसा केस है जिसमें एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति ने कोरोना को मात दी है।
एचआईवी पॉजिटिव इस व्यक्ति का केस काफी संजीदा था, 10 जुलाई को 35 साल के इस मरीज को एम्स में भर्ती कराया गया। उसे तेज बुखार और सांस लेने में तकलीफ थी और टेस्ट के बाद पता चला की निमोनिया के कारण उसका संक्रमण काफी बढ़ गया है जो फेफड़ों तक पहुंच गया था। गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे वेंटिलेटर पर रखा और चार दिन बाद स्थिति कंट्रोल में आ पाई तो मरीज को वेंटिलेटर से हटा दिया गया। तीन दिन बाद एक बार फिर उसक स्थिति खराब हो गई तो दुबारा वेंटिलेटर पर रखा गया। इसके बाद डॉक्टरों की सतत निगरानी और मरीज के हौंसले से वो कुछ दिनों में कोरोना मुक्त हो गया। एम्स के डॉक्टर सरमन सिंह की मानें तो ये देश का पहला मामला है जहां एचाईवी पॉजिटिव मरीज ने कोरोना को हराया है, हालांकि इससे पहले लखनऊ में भी एक एचआईवी मरीज कोरोना से उबर चुका है लेकिन उसका मामला asymptomatic मतलब बिना लक्षण वाला था और एक हफ्ते में ही उसकी दूसरी रिपोर्ट भी निगेटिव आ गई थी। लेकिन भोपाल का मरीज पूरी तरह कोरोना की चपेट में था और दो बार गंभीर स्थिति में पहुंचने के बाद भी उसने अपनी जिजिविषा से इस बीमारी को हरा दिया है।