भोपाल| राजधानी भोपाल के सुल्तानिया अस्पताल में डॉ मेघा सूर्यवंशी को कोरोना पाजिटिव मिलने के बाद में अब उनके साथ काम करने वाली नर्से धीरे-धीरे बीमार होने लगी है । नर्सेज एसोसिएशन ने प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि प्रबंधन हमारी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर रहा है जिसके कारण आज नीलम (स्टाफ नर्स), रेखा (स्टाफ नर्स) और गीतांजलि (स्टाफ नर्स) को काफी तेज बुखार और कोरोना के संभावित लक्षण आने के चलते एम्स में भर्ती कराया गया है।
नर्सों की प्रांतीय एसोसिएशन की अध्यक्ष मंजू मेश्राम का आरोप है कि उनके द्वारा प्रबंधन को इस बारे में सूचना दे दी गई थी कि डॉक्टर के साथ काम करने वाली नसों को संक्रमण हो सकता है बावजूद इसके इनको कोरेन्टाइन नहीं किया गया। अस्पताल के अधीक्षक डॉ आईडी चौरसिया का कहना है कि वह पहले ही 25 नर्सों, चार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों, 25 मरीजों और उनके परिजनों और 31 डॉक्टरों की लिस्ट सीएमएचओ को दे चुके हैं जो कोरोना पाजिटिव के संपर्क मे आऐ हैं और जिन्हें संक्रमण हुआ हो सकता है लेकिन अभी तक सीएमएचओ द्वारा केवल 7 डॉक्टरों को ही कोरेन्टाइन किया गया है ।हालात यह है कि मजबूरी में नर्सों और डॉक्टरों को अभी भी नौकरी करनी पड़ रही है ।इसके चलते कई अन्य मरीजों कोरोना संक्रमण होने का खतरा बढ़ गया है।