भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में भीषण गर्मी से आने वाले कुछ दिनों में निजात मिलने वाली है और मानसून पूरे प्रदेश में जल्द मेहरबान होने वाला है, मानसून को लेकर प्रशासनिक तैयारियां भी शुरू हो गई है, राजधानी भोपाल में कलेक्टर ने अपने अफसरों को हिदायत दे दी है कि इस बार कोई चूक न हो, यानि शहर की सड़कों में पानी भरा या सड़कें खराब हुई तो सीधे सस्पेंड कर दिया जाएगा। शुक्रवार को हुई बाढ़ और आपदा राहत मैनेजमेंट की मीटिंग में कलेक्टर अविनाश लवानिया ने यह निर्देश दिए। इसके साथ ही मीटिंग में तय किया गया कि भोपाल में बारिश के दौरान बड़ा तालाब, केरवा और भदभदा डैम के कैचमेंट एरिया में ड्रोन से नजर रखी जाएगी। यह पहली बार होगा। ड्रोन कंट्रोल रूम से कनेक्ट रहेंगे। जब डैम ओवरफ्लो हो जाएंगे, तब ड्रोन खतरा टालने का काम करेंगे।
यह भी पढ़ें… अपने कार्यकाल में धारा 144 के अधिकार SDM को देकर बहुत बड़ी गलती कर दी- पूर्व CM दिग्विजय सिंह
राजधानी भोपाल में मानसून से पहले ही सड़के और नालों को दुरुस्त करने का काम शुरू हो गया है, बारिश में जलप्लावन की स्थिति न बने इसके लिए निगम और प्रशासन जुटा है, इस बार कोलार, शिव नगर, करोंद, ऐशबाग, पुष्पानगर, अशोका गार्डन, गौतमनगर, छोला समेत कई इलाकों में जलप्लावन को रोकने के लिए पहले से ही प्रयास शुरू कर दिए गए है, शुक्रवार को हुई बैठक में कलेक्टर ने इन सभी कामों की जानकारी ली, बैठक में निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी कोलसानी होमगार्ड, पुलिस समेत अन्य जिम्मेदार अफसर भी मौजूद रहे। आपदा प्रबंधन और बाढ़ से बचाव से संबंधित उपकरणों की सूची भी सामने रखी गई। इसके साथ ही कलेक्टर ने आपदा प्रबंधन अधिकारियों को भी निर्देश दिए की जिन उपकरणों की कमी है पहले से बताया जाए। ताकि जरूरत पड़ने पर मदद में कोई बाधा न हो।