भोपाल| राज्य शासन ने इंदौर, उज्जैन, भोपाल एवं शाजापुर ज़िलों में गेंहू ख़रीदी की तिथि 31 मई तक बढ़ा दी गयी है । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना संक्रमण के कारण विलंब से शुरू हुई खरीदी और तुलाई न होने पाने के कारण इसकी अवधि 31 मई करने का निर्णय किया है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि प्रदेश के उन किसानों को चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है, जो गेहूं बेच नहीं पाए हैं। प्रदेश में रिकॉर्ड गेहूँ उपार्जन के बाद भी जिन जिलों में कोरोना वायरस के कारण उपार्जन में विलंब हुआ या अन्य कारणों से किसान भाइयों के गेहूँ की तुलाई नहीं हो पाई है वहां खरीदी 31 मई तक होगी। प्रदेश में गेहूँ उत्पादन और उपार्जन के सभी रिकार्ड टूट गए हैं। किसान की मेहनत ही इसका मुख्य कारण है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज किसानों के नाम संदेश में कहा कि दो महीने पहले प्रदेश में परिस्थितियाँ काफी विषम थीं और गेहूँ उपार्जन की कोई भी व्यवस्था नहीं थी। कम समय में शासन द्वारा खरीदी की सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गईं और किसानों से गेहूँ उपार्जन का कार्य व्यवस्थित रूप से प्रारंभ किया गया। मध्यप्रदेश में कोरोना की विपरीत परिस्थितियों में रिकॉर्ड गेहूँ उत्पादन हुआ है। किसानों ने जहां रिकॉर्ड उत्पादन किया वहीं सरकार ने रिकॉर्ड खरीदी का कार्य किया है। इसके लिए सभी प्रबंध किए गए।
पुख्ता व्यवस्थाओं से मिला किसानों को लाभ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 2 माह पूर्व प्रदेश में गेहूँ उपार्जन की कोई भी व्यवस्था नहीं थी। प्रदेश में 16 अप्रैल से 25 मई तक 15 लाख तीन हजार किसानों से 114 लाख 70 हजार मीट्रिक टन अर्थात 11 करोड़ 47 लाख क्विंटल गेहूँ का उपार्जन किया गया। निजी मंडियां भी खोली गईं। ई-ट्रेडिंग का विकल्प भी उपलब्ध करवाया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन स्थानों पर गेहूँ की खरीदी का कार्य शेष है वहां किसानों को एसएमएस भेजने की व्यवस्था की जाएगी और आगामी 31 मई तक गेहूँ खरीदी का कार्य किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसानों से अनुरोध किया कि एसएमएस प्राप्त होने पर ही गेहूँ विक्रय के लिए खरीदी केंद्र पहुँचे। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। फेस मास्क का उपयोग करें अथवा गमछे से मुँह और नाक ढांक कर पूरी सावधानी और सुरक्षा के साथ इस कार्य को पूर्ण करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संदेश में कहा कि किसानों का गेहूँ खरीदने का कार्य सरकार करेगी। इसके लिए 2 गज की परस्पर दूरी बनाकर कार्य किया जाए।
किसान कल्याण के महत्पूर्ण फैसले
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा किसानों के हित में राज्य में अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। राज्य सरकार ने पिछले वर्ष की बीमा राशि का अंशदान 2200 करोड़ 15 लाख किसानों को भुगतान करने की पहल की। इससे किसानों को 2900 करोड़ रुपए की फसल बीमा राशि का लाभ मिल सका। वर्ष 2019-20 की बीमा राशि के भुगतान का निर्णय लिया गया।इससे किसानों को 4 हजार करोड़ से अधिक राशि के भुगतान का रास्ता खुल गया।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान योजना में 68 लाख 13 हजार किसानों को 1362 करोड़ रुपए की राशि जारी की गई।