फरार पूर्व बीजेपी नेता ने सीएम और प्रदेश अध्यक्ष से लगाई न्याय की गुहार, मंत्री पर प्रताड़ना का आरोप

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Bhopal News : बीजेपी से निष्कासित हुए सागर जिले के पूर्व बीजेपी किसान प्रकोष्ठ अध्यक्ष राजकुमार धनोरा ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष से की गई एक वीडियो अपील में धनोरा ने पार्टी के प्रति अपनी 30 साल की वफादारी की बात कहते हुए न्याय की गुहार की है। दो दिन पहले ही सागर जिले के एसपी ने धनोरा के ऊपर 5000 रु का इनाम घोषित किया है।

यह है पूरा मामला

बीजेपी में किसान मोर्चा के अध्यक्ष रहे राजकुमार धनोरा सागर जिले में उस समय सुर्खियों में आए जब उन्होंने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। दरअसल पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाकर धनोरा को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था जिसका उत्तरदाई उन्होंन परिवहन और राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को बताया था। इसके बाद धनोरा के ऊपर गबन के आरोप में एफ आई आर दर्ज की गई और उसके बाद एक के बाद एक करके कई एफ आई आर दर्ज कर ली गई। पुलिस उनकी तलाश में जुट गई लेकिन धनोरा पुलिस की पकड़ से फिलहाल दूर है। इसी बीच उन्होंने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के ऊपर आरोप लगाया कि उन्होंने एक साल पहले साले के द्वारा खरीदी गई जमीन खुद को दान करा ली। इस जमीन की कीमत करोड़ों रुपए बताई गई है। इसके अलावा धनोरा ने यह भी आरोप लगाया कि मान सिंह पटेल नाम का एक व्यक्ति गायब है जिसकी जमीन भी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने हथिया ली है और उस व्यक्ति का पता नहीं चल रहा है। इसके बाद धनोरा के ऊपर और भी मामले दर्ज हुए और दो दिन पहले ही सागर के एसपी ने फरार धनोरा के ऊपर 5000 रु का इनाम घोषित कर दिया। ऐसे में धनोरा का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और संगठन मंत्री हितानंद शर्मा से गुहार लगाते नजर आ रहे हैं कि वे पार्टी के 30 साल पुराने कार्यकर्ता रहे हैं और उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी पार्टी के नाम कर दी। लेकिन अब मंत्री गोविंद सिंह राजपूत उनके पीछे पड़ गए हैं और उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। धनोरा ने न्याय की गुहार लगाई है और अपने ऊपर लगे तमाम आरोपों को निराधार बताया है।


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”