Bhopal News : जनता की रक्षा करने वाला ही भक्षक हो जाए तो फिर क्या होगा। राजधानी भोपाल के व्यापारिक नगर बैरागढ़ में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जहां एक व्यापारी अपने दोस्त की दुकान में हुई तोडफ़ोड़ की रिपोर्ट लिखवाने थाने पहुंचा तो उसी के साथ पुलिस कर्मचारियों ने मारपीट कर दी। व्यापारी ने इसकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की है और पूरे मामले में सीसीटीवी फुटेज थाने से निकलवाकर जांच की मांग की है।
यह है मामला
जानकारी के अनुसार, 22 फरवरी को बैरागढ़ मेन रोड पर स्थित एक पान की दुकान पर देर रात को ग्राम बेहटा निवासी गुंडा तत्व पहुंचे और दुकान में तोडफ़ोड़ करना शुरू कर दी। दुकान के संचालक गौरव बागवानी ने अपने मित्र रवि चंगलानी को फोन करके बुलाया। दोनों तोडफ़ोड़ की रिपोर्ट लिखाने थाने गए। थाने पर रिपोर्ट लिखने के बजाय एएसआई भगवत धुर्वे, गोविंद मिश्रा एवं फिरोज ने मिलकर व्यापारियों से समझौता करने का दबाव बनाया। चंगलानी के आरोप लगाया है कि जब हम इसके लिए तैयार नहीं हुए तो भगवत धुर्वे ने डंडे से मारना शुरू कर दिया। दोनों आरक्षकों ने भी चांटे मारे। बाद में रवि के खिलाफ धारा 151 के तहत प्रकरण भी दर्ज कर लिया गया।
सीसीटीवी फुटैज मांगे ताकि सच सामने आए
रवि ने पुलिस कमिश्नर से मामले की शिकायत की है क्योंकि बैरागढ़ थाने में सुनवाई नहीं हो रही थी। रवि ने पुलिस आयुक्त से घटना के समय के सीसीटीवी फुटेज देने की मांग भी की है ताकि सच सामने आ सके। पुलिस आयुक्त कार्यालय ने मामले की जांच कराने एवं पुलिस कर्मियों के बयान लेने का भरोसा दिलाया है।
गुड़ागर्दी चरम सीमा पर
व्यापारिक नगर में गुड़ागर्दी चरम सीमा पर है। थाने में कोई व्यापारी रिपोर्ट लिखवाने जाता है तो उल्टा उसके साथ मारपीट कर रिपोर्ट न लिखवाने के लिए दबाव बनाता है। बैरागढ़ थाने में जो व्यक्ति भी जाता है उसे बैठकर पानी तक नहीं पूछा जाता है इस तरह के मामले में भी सामने आए है। बैरागढ़ में जुआ और सट्टा जोरों पर चल रहा है,पुलिस की मिली भग्त इतनी है कि गुड़ा तत्व खुले आम वाहनों पर तलवारे,डंडे लेकर घुमते है,सटोरिये पुलिस वालों के सामने सट्टा लगाते है लेकिन पुलिस एेसे अपराधिक तत्वों को पकडऩे की हिम्मत क्यों नहीं दिखाती यह एब बड़ा सवाल है। थाने में कुछ स्थानों पर तो साफ शब्दों में यह लिखवा दिया गया है कि जुआ और सट्टे की कार्रवाही से पहले वरिष्ठ अधिकारियों से पूछा जाए।
उल्लेखनीय है कि इसके पहले भी बैरागढ़ थाने के पुलिस कर्मियों पर नागरिकों की रिपोर्ट नहीं लिखने के आरोप लग चुके हैं। हाल ही में राजधानी के एक अन्य थाने के दो पुलिस कर्मियों ने एक व्यापारी से रकम मांगी थी। इस संबंध सहायक पुलिस आयुक्त अंतिमा समाधिया से बातचीत का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो सका।
भोपाल से रवि कुमार की रिपोर्ट