Madhya Pradesh News : शिवराज सरकार की कर्मचारी विरोधी नीति के ख़िलाफ़ हज़ारों अतिथि शिक्षक भोपाल में प्रदर्शन कर रहे हैं। आज हालात ऐसे हो चुके हैं कि प्रदेश में हर वर्ग शिवराज सरकार के खिलाफ है। उधर पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि सेवक ने, सेवा की, लेकिन, मेवा भी लिया, जन-जन की जुबान पर आए, इस सवाल का जवाब क्यों नहीं दिया? अतिथि शिक्षक अतिथि विद्वान और किसान कर्ज़ का क्या ?
सेवक ने, सेवा की!
लेकिन, मेवा भी लिया!
जन-जन की जुबान पर आए,
इस सवाल का जवाब क्यों नहीं दिया?
अतिथि शिक्षक अतिथि विद्वान और किसान कर्ज़ का क्या ?
सड़क पर कब @JM_Scindia जी #अवसरवादी https://t.co/iaACOQSG1l— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) February 22, 2023
गौरतलब है कि एक हफ़्ते के अंदर लगभग 2 से 3 अतिथि विद्वानों की मौत पर कई विधायक सरकार को घेरे रहे है वहीं कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि लाशों पर सियासत करने वाले कहां गई संवेदना ? अभी और कितनी कुर्बानी देनी होगी महाविद्यालयीन अतिथि विद्वानों को अपने नियमितीकरण के लिए विद्वान लगातार मौत को गले लगा रहे हैं। सर्कस की सरकार मौन।
लाशों पर सियासत करने वाले कहां गई संवेदना 🐅 की?अभी और कितनी कुर्बानी देनी होगी महाविद्यालयीन अतिथि विद्वानों को अपने नियमितीकरण के लिए?लगातार मौत को गले लगा रहे हैं विद्वान।सर्कस की सरकार मौन। #बेशर्म_सरकार
— Kunal Choudhary (@KunalChoudhary_) February 22, 2023
प्रदेश संगठन मंत्री प्रशांत पराशर ने कहा कि मानसिक तनाव,आर्थिक बदहाली और अनिश्चित भविष्य के कारण आज एक और अतिथि विद्वान डॉ. सतीश पाटिल का देहावसान हो गया, आखिर और कितनी मौतों पर राजनीति करने चाहते हैं। मुख्यमंत्री जी कुछ तो शर्म कीजिए।
मानसिक तनाव,आर्थिक बदहाली और अनिश्चित भविष्य के कारण आज एक और अतिथि विद्वान डॉ. सतीश पाटिल जी (बैतूल निवासी) का देहावसान हो गया, आखिर और कितनी मौतों पर राजनीति करने चाहते हैं @ChouhanShivraj जी, कुछ तो शर्म कीजिए ।#Justice_for_MP_Atithi_Vidwan pic.twitter.com/txwz6tQZcr
— Prashant Parashar (@ParasharIYC) February 22, 2023
कांग्रेस नेता शाश्वत स बुंदेला ने कहा कि ये हैं MP के उच्च शिक्षा मंत्री, इन्ही के विभाग के महाविद्यालयीन अतिथि विद्वान जीवन/नौकरी सुरक्षित करने की गुहार लगा रहे हैं और ये मुस्कुरा रहे हैं, अपने सगे संबंधियों को विश्वविद्यालय में भर्तियां तो कर दी अब तो इन्हें नियमित कर दो।
ये हैं MP के उच्च शिक्षा मंत्री, इन्ही के विभाग के महाविद्यालयीन अतिथि विद्वान जीवन/नौकरी सुरक्षित करने की गुहार लगा रहे हैं और ये मुस्कुरा रहे हैं, अपने सगे संबंधियों को विश्वविद्यालय में भर्तियां तो कर दी अब तो इन्हें नियमित कर दो।
बेशर्म सरकार।#Justice_for_MP_Atithi_Vidwan pic.twitter.com/PSZIsBNTF0
— Shashwat S (@Shashwat_IN) February 15, 2023
अतिथि विद्वान महासंघ के मीडिया प्रभारी डॉ आशीष पांडेय ने कहा कि अतिथि विद्वानों के नियमित कर भविष्य सुरक्षित कर वादा पूरा करे सरकार साथ ही जीने का अधिकार दें।