भोपाल में चयनित शिक्षकों ने चाय और समोसे बेचकर किया विरोध प्रदर्शन

Amit Sengar
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Bhopal News : 22 मई से भूख हड़ताल कर रहे शिक्षक अब मजबूर होकर आज डीपीआई के बाहर चाय और समेत समोसा बेचकर विरोध प्रदर्शन कर रहे। दूसरी और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सभी संगठनों की मांगों को लगातार पूरा कर रहे हैं परंतु आज तक भी दो हजार अट्ठारह के चयनित शिक्षकों की मांगों को उन्होंने पूरा नहीं किया है। यह चयनित शिक्षक अलग-अलग टेंट में पिछले 2 महीनों से डीपीआई के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार 12 जुलाई को चयनित शिक्षकों ने बीएड योग्यता धारी चाय समोसा वाला की दुकान लगाई और सांकेतिक रूप से विरोध प्रदर्शन दर्ज किया।

यह है मामला

बता दें कि उच्च एवं माध्यमिक स्थाई शिक्षक भर्ती 2018 पूर्ण कराने के लिए बुधवार को शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यार्थियों ने प्रदेश संयोजक श्यामलाल रविदास एवं नारी शक्ति का नेतृत्व कर रही रक्षा जैन और रचना व्यास का कहना है कि वित्तीय वर्ष 22-23 के 5006 पद स्वीकृत थे जिसमें से 2750 पदों पर ही भर्ती की गई है 2256 अभी भी रिक्त है वही 23-24 के वित्तीय वर्ष के 5007 पद वित्त विभाग द्वारा स्वीकृत है तो इन्हीं पदों के लिए तृतीय राउंड रोस्टर जारी कर पात्र अभ्यर्थियों को मेरिट क्रम में नियुक्ति प्रदान की जाए।

उसके बावजूद भी अभी तक तृतीय काउंसलिंग शुरू नहीं की गई है जिससे शेष अभ्यार्थियों में आक्रोश अधिक दिखाई दे रहा है। साथ ही शीघ्र मांगे ना माने जाने पर प्रदेश स्तरीय उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।

प्रमुख रूप से निम्न मांगों को लेकर सौंपा गया ज्ञापन –

  1. माध्यमिक शिक्षक भर्ती के उपेक्षित विषयों जैसे हिंदी, उर्दू,विज्ञान,सामाजिक विज्ञान एवं संस्कृत आदि के 3000 _3000 हज़ार रिक्त पदों में वृद्धि की जाए।
  2. उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती के हिंदी,उर्दू,संस्कृत, इतिहास,भूगोल,कृषि, समाजशास्त्र,बायोलॉजी एवं कॉमर्स,रसायन शास्त्र,आदि के पदों में सम्मानजनक वृद्धि की जाए।
  3. माध्यमिक शिक्षक भर्ती के अंतर्गत सभी वर्गों के कुल शेष रहें 2,237 पदों पर चयन सूची जारी की जाए।
  4. उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती के अंतर्गत सभी वर्गों के कुल शेष 5,935 पदों पर चयन सूची जारी की जाए।
  5. अतिरिक्त सूची /प्रतीक्षा सूची एवं सत्यापित सूची के समस्त अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए जाएं।
  6. आगामी चयन भर्ती प्रक्रिया से पहले 2018 की शिक्षक भर्ती को ही पद वृद्धि के साथ तृतीय काउंसलिंग करते हुए पूर्ण किया जाए।

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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