भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। भोपाल में दो पुलिसकर्मियों का शराब पीते वीडियो सामने आया है, और शराब भी उसी शख्स के साथ पीते हुए यह वीडियो वायरल हुआ जिसके लिए उसकी माँ ने प्रताड़ित करने की शिकायत की थी। दोन पुलिसकर्मी कोलार थाने में पदस्थ है, वीडियो में वह व्यक्ति भी बैठा नजर आ रहा है जिसकी 90 साल की मां ने कमिश्नर ऑफिस में शिकायत दर्ज कराई थी। मां ने बेटे पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। इस मामलें में वीडियो वायरल करने वाला कोई और नहीं बल्कि शिकायतकर्ता बुजुर्ग महिला का पोता है, बेटे ने ही वीडियो बनाकर पुलिस और अपने पिता की करतूतों का पर्दाफाश कर दिया।
बताया जा रहा है कि महिला ने अपने बेटे के खिलाफ पुलिस कमिश्नर को आवेदन दिया था जिसके बाद इस आवेदन पर कार्रवाई के निर्देश संबंधित थाने को कहा गया था, थाने से दो पुलिस कर्मी बुजुर्ग महिला के बेटे के पास भेजे गए, लेकिन बेटे ने पुलिसकर्मियों को ही दारू का लालच दे दिया, फिर क्या दोनों पुलिसकर्मी दारू पीने बैठ गए साथ में वो बुजुर्ग महिला का बेटा भी बैठ गया, जब यह दारू पार्टी चल रही थी उस वक्त बुजुर्ग के पोते ने वीडियो बना लिया।
इस वीडियो को पोते ने वायरल कर दिया, जिसके बाद अब पुलिस अधिकारियों ने वीडियो की जांच के बाद कार्रवाई के निर्देश दिए है।
बुजुर्ग ने की थी यह शिकायत
मेरा नाम भागवती यादव है। BP की पेशेंट हूं। उम्र करीब 90 साल की हो चुकी है। पति के निधन के बाद से अपने पोते शेखर के साथ सर्वधर्म शादी हॉल कोलार में रहती हूं। वही मेरी देखरेख करता है। मेरा बेटा रतन सिंह मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित करता है। बेटे की प्रताड़ना से परेशान होकर शिकायत करने के लिए विवश हूं। बेटे ने पैतृक संपत्ति पर कब्जा कर रखा है। संपत्ति से आने वाली आय स्वयं रख लेता है। मुझे व मेरे पोते को भरण-पोषण के लिए भी मदद नहीं करता। जबकि ये संपत्ति जब खरीदी गई तब पोते शेखर यादव ने बैंक से ऋण लिया था। उस प्लॉट पर निर्माण भी शेखर ने किया। परन्तु उस संपत्ति पर बेटा रतन यादव अपना संपूर्ण हक जता रहा है। संपत्ति पोते की है। पारिवारिक मामला होने की वजह से मैं न्यायालय की शरण में नहीं गई। विवश होकर यहां निवेदन कर रही हूं। मेरे पोते के खिलाफ षडयंत्र कर झूठी रिपोर्ट की गई। 28 सितंबर को पोते को थाने में बैठाया गया। 151 के तहत कार्रवाई की गई। जबकि मेरा पोता विवाद से बहुत दूर रहता है। मेरी सेवा भी करता है। मेरी सेवा करने की वजह से बेटा, पोते को भी अपशब्द कहता है। बेटा जिस घर में रहता है उसका निर्माण मेरे व मेरे पोते द्वारा कराया गया। बेटा रतनसिंह यादव ने मेरे बड़े पोते मुकेश यादव व उसके परिवार को भी परेशान कर रखा है। बेटे से मुझे व मेरे पोतों को जान का खतरा है। हमें कभी भी झूठे प्रकरण में फंसा सकता है। महोदय, जीवन के अंतिम पड़ाव में मैं चल रही हूं, चाहती हूं की मेरे पुत्र रतन सिंह यादव के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए जिससे मेरे घर में सुख शांति बनी रहे।