राजधानी भोपाल में बारिशों से पहले ही मलेरिया रोकने की कवायद शुरू हो गई है, नगर निगम ने लोगों को पहले ही हिदायत दे दी है कि घरों में अनावश्यक पानी जमा न होने दें जिससे उसमें मलेरिया का मच्छर न पनप सकें। अब मलेरिया निरोधक माह के अंतर्गत मलेरिया से बचाव और लक्षणों की जानकारी के लिए 30 जून तक सघन जागरूकता कार्यक्रम किए जाएंगे। मलेरिया रोधी माह हर साल जून महीने में देशभर में मनाया जाता है , ताकि मानसून और संक्रमण के मौसम की शुरुआत से पहले बीमारी के प्रसार को रोकने की जागरूकता पैदा की जा सके।
लोगों को किया जाएगा जागरूक
जून माह के दौरान जिला मलेरिया कार्यालय द्वारा एंबेड परियोजना फैमिली हेल्थ इंडिया के सहयोग से समुदाय के बीच में पहुंचकर मलेरिया रोकथाम के उपायों को समझाया जा रहा है। शपथ कार्यक्रम, जागरूकता रैली, स्लोगन राइटिंग सहित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन माह के दौरान किया जाएगा। प्रभावित क्षेत्रों में गंबूशिया मछली का संचयन किया जाएगा।

मलेरिया का खतरा 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को ज्यादा
मलेरिया उन्मूलन के प्रयासों के फलस्वरुप भोपाल जिले में स्थिति काफी बेहतर है। इस साल अब तक 57263 लोगों की मलेरिया जांच की जा चुकी है, जिनमें से 4 मलेरिया पॉजिटिव मरीज मिले हैं। मलेरिया मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से होता है। एनाफिलीज मच्छर रुके हुए साफ पानी में पनपता है। ठंड लगकर बुखार आना मलेरिया का सबसे प्रमुख लक्षण है । मलेरिया का खतरा 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को ज्यादा रहता है।
मलेरिया ले सकता है जान
मलेरिया का शीघ्र एवं पर्याप्त उपचार नहीं लिया जाए तो मलेरिया से रोगी की मृत्यु भी हो सकती है । गर्भावस्था में मलेरिया गंभीर हो सकता है और जच्चा और बच्चा भी जान को भी खतरा हो सकता है। मलेरिया नियंत्रण हेतु शीघ्र जांच एवं पूर्ण उपचार , घर-घर भ्रमण कर बुखार रोगियों की मलेरिया जांच हेतु सर्विलेंस, कीटनाशक युक्त मच्छरदानी का वितरण, कीटनाशक छिड़काव , लार्वा नियंत्रण हेतु गतिविधियां, प्रशिक्षण एवं सपोर्टिव सुपरविजन किया जा रहा है।
मलेरिया की जांच एवं दवाइयां शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में निशुल्क उपलब्ध
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि मच्छर के प्रजनन पर रोक लगाने के घर के आसपास अनावश्यक जल भराव को रोकना, पानी को हमेशा ढक कर रखना, पानी के बर्तनों , मटका, टंकी, कूलर आदि की हर चौथे दिन पानी बदल कर सफाई करने आदि को अपनाने के लिये आमजनों को प्रेरित किया जा रहा है। मलेरिया की जांच एवं दवाइयां सभी शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में निशुल्क उपलब्ध है । आशा कार्यकर्ता से संपर्क करके भी जांच करवाई जा सकती है ।