भोपाल। बीजेपी नेता नरोत्तम मिश्रा ने मध्यप्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगने के संकेत दिये हैं। उन्होने कहा है कि राज्यपाल ने सीएम कमलनाथ को लिखे अपने दूसरे पत्र में साफ किया है कि अगर 17 मार्च को फ्लोर टेस्ट नहीं किया जाता है तो सरकार को अल्पमत में माना जाएगा और ऐसे में प्रदेश में जो हालात बनेंगे उसमें राज्यपाल द्वारा प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की जा सकती है। ऐसे में साफ है कि अगर मंगलवार को फ्लोर टेस्ट नहीं होता है तो प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की स्थिति निर्मित हो सकती है।
इसी के साथ राज्यपाल के पत्र का हवाला देते हुए नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बहुमत न होने के बावजूद कांग्रेस सरकार जिस तरह धड़ाधड़ ट्रांसफर और नई नियुक्तियां कर रही है, वो पूरी तरह असंवैधानिक है। उन्होने अधिकारियों को भी आगाह किया कि वे इस तरह की गलतियां न करें क्योंकि सरकारें आती जाती रहती है।
वहीं कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए विधानसभा को 26 मार्च कर स्थगित करने की बात पर तंज़ कसते हुए नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सोमवार को जो दो घंटे सदन की कार्यवाही चली, क्या कोरोना उस दौरान सो गया था। उन्होने कहा कि कोरोना की आड़ में सीएम कमलनाथ कुछ और सांसें ढूंढ रही हैं और टाइमपास करने की कोशिश कर रही है।