भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। भोपाल में एक बीजेपी नेता और पूर्व सरपंच विजय सिंह मारण ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, फांसी लगाने से पहले भाजपा नेता ने अपने नौकर को फोन किया, केरवा डैम नर्सरी के पास जंगल में विजय सिंह मारण ने फांसी लगाकर खुदकुशी की। सुसाइड नोट नहीं मिलने से आत्महत्या की वजह का खुलासा नहीं हो सका है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। विजय सिंह मारण के परिजनों की माने तो सुसाइड से पहले उन्होंने नौकर को फोन कर बोला कि चारों बेटों को केरवा नर्सरी के जंगल में भेज देना। उनसे जरूरी बात करनी है। नौकर के बताए अनुसार एक बेटा नर्सरी पहुंचा। वहां पेड़ पर पिता फांसी पर लटके मिले।
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नीलबड़ निवासी विजय सिंह मारण की इलाके में बड़े जमींदारों में भी गिनती होती थी। उनके बेटे गोलू उर्फ अमरीश मारण ने बताया कि शुक्रवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे पिता ने पेट्रोल पंप पर काम करने वाले नौकर को फोन किया। उन्होंने उससे कहा कि चारों बेटों को केरवा नर्सरी के पास जल्दी भेज देना। उनसे अर्जेंट बात करनी है। नौकर के बताने पर गोलू करीब पौने 2 बजे नर्सरी के पास पहुंचा। मुख्य सड़क से करीब 200 मीटर अंदर जंगल में जाकर देखा तो पिता सागौन के पेड़ पर लटके मिले। उसने तुरंत ही पुलिस को घटना की जानकारी दी। तब तक काफी देर हो चुकी थी। विजय के दो बेटे हैं। जबकि दो भतीजे हैं। वह भतीजों को भी अपने बेटों की तरह ही मानते थे। विजय की अंतिम इच्छा के अनुसार उनके शव को खेत में ही अंतिम संस्कार किया गया। फिलहाल पुलिस आत्महत्या के कारणों की वजह जानने में जुट गई है, परिजनों की माने तो ऐसा को मामला या विवाद भी नहीं है जिसकी वजह से विजय सिंह ने यह घटक कदम उठाया।