भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्य सभा सदस्य दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में बने रहते हैं , उनके निशाने पर भाजपा और संघ परिवार होता है लेकिन हिंदू होते हुए भी वे हिन्दुओं के खिलाफ बोलने से परहेज नहीं करते।
पिछले दिनों खरगोन हिंसा के बीच बिहार की मस्जिद में हिंदू झंडा लगाने वाले कथित वीडियो को खरगोन का बताकर उन्होंने ट्वीट किया, इससे पहले पाकिस्तान के एक पुल को भोपाल (Bhopal News) का पुल बताकर भी वे ट्वीट कर चुके हैं, इन घटनाओं के बाद कांग्रेस की बहुत किरकिरी हुई थी।
भारतीय जनता पार्टी (BJP Madhya Pradesh) के प्रदेश कार्य समिति सदस्य सुरेंद्र शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर (BJP leader’s letter to Sonia Gandhi) दिग्विजय सिंह की हरकतों पर लगाम लगाने का अनुरोध किया है। वरिष्ठ भाजपा नेता सुरेंद्र शर्मा ने लिखा कि देश में आज कांग्रेस की जो दुर्दशा हो रही है उसमें पार्टी के वयोवृद्ध नेता दिग्विजय सिंह की हरकतें एक प्रमुख कारण हैं। श्रीमान बंटाधार दिग्विजय सिंह कांग्रेस का बंटाधार करने पर उतारू हैं और यह बात आपके संज्ञान में भी है, यह समाचार पत्रों में भी छपा है कि आपने उन्हें सुधर जाने की नसीहत भी दी है पर चिकने घड़े की तरह आप की नसीहत का उन पर कोई असर नहीं पड़ा है।
सुरेंद्र शर्मा ने पत्र में लिखा कि दिग्विजय सिंह अपने बयानों के कारण हर दिन कम से कम 5000 वोट कांग्रेस (Congress) के कम करते हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए लिखा है कि महाभारत में शकुनि कौरवों के पक्ष से युद्ध में लड़ा था, जब कुरु वंश (कौरवों) का विनाश हो गया तब उसने कहा कि मैंने जो संकल्प लिया था वह आज पूरा हो गया है, शायद दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस के विनाश का संकल्प लिया है इसलिए वह ऐसी हरकतें करते हैं। आपसे निवेदन है कि दिग्विजय सिंह की हरकतों पर लगाम लगाने का कष्ट करें, अन्यथा वह दिन दूर नहीं है जब मध्य प्रदेश (MP News) ही नहीं देश में कांग्रेस (MP Congress) पार्टी को लोग ढूंढते रह जायेंगे।
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....