भोपाल, रवि नाथानी। भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा (BJP MLA Rameshwar Sharma) ने रामसेतु को लेकर कांग्रेस मीडिया उपाध्यक्ष अब्बास हफीज के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। शर्मा ने कहा श्रीराम और रामसेतु को लेकर कुछ भी कहने का अधिकार कांग्रेस को नहीं है। श्रीराम को काल्पनिक बताने वाली कांग्रेस पहले अंग्रेजों की औलाद बनकर काम करती थी, अब जिन्ना के काम को कर रही है।
फिल्म रामसेतु को लेकर मध्य प्रदेश में सियासत और बयानबाजी जारी है। अल्पसंख्यक नेता और कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अब्बास हफीज़ ने कहा कि बीजेपी ने एडम्स ब्रिज बताकर रामसेतु को तोड़ने की कोशिश की थी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने यह कृत्य किया था। उमा भारती ने अटल सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे। एनडीए की सरकार में रामसेतु को एडम्स ब्रिज बताकर उसे तोड़ने की सहमति दी गई थी। रामसेतु को एडम्स ब्रिज बताने के लिए बीजेपी को माफी मांगनी चाहिए।
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प्रखर हिंदूवादी नेता और भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि अदालत में कांग्रेस ने श्रीराम के अस्तित्व को नकारा था। अच्छा हो रामसेतु पर कांग्रेस नेता मुंह बंद रखे। उन्हें कुछ भी कहने का अधिकार नहीं है। भगवान श्रीराम और रामसेतु भाजपा नहीं हिन्दुओं की आस्था का सवाल है। हिन्दुओं की आस्था को आहत करने के पीछे कांग्रेस का मकसद अल्पसंख्यकों का तुष्टिकरण था, रहा है और रहेगा।