भोपाल। भाजपा में इन दिनों चुनावों का माहौल है अभी हाल ही में मंडल अध्यक्षें के चुनाव होने के बाद अब 30 नवबंर को जिला अध्यक्ष का चुनाव होना है। इसको लेकर प्रदेश कार्यालय से लेकर जिला कार्यालयों तक में गहमागहमी बनी हुई है। प्रदेश कार्यालय में जहां विभिन्न जिलों के दावेदार अपने नाम पर सहमति बनानें के लिए चक्कर लगा रहे है वही कार्यालय से उन्हें दो टूक जबाब मिल रहा है कि जो भी निर्णय होगा जिलों से होगा प्रदेश कार्यालय से सिर्फ नामों का ऐलान किया जाएगा। इस प्रक्रिया के तहत जिले के सभी मंडल अध्यक्ष एवं जिला प्रतिनिधियों के साथ जिले के वरिष्ठ नेताओं से रायशुमारी कर जिला निर्वाचन अधिकारी तीन नामों का पैनल तैयार करेंगे। जिसके पश्चात 1 या 2 दिसंबर को जिलाध्यक्षों के नाम की भोपाल से घोषणा होगी। निर्वाचन प्रक्रिया को लेकर शुक्रवार को प्रदेश कार्यालय में जिला निर्वाचन अधिकारियों की बैठक हुई।
उम्र सीमा बढ़ाई गई
भाजपा के जिला अध्यक्षों को लेकर पूर्व में घोषित उम्र सीमा 50 से बढ़ाकर 55 कर दी गई है ऐसा माना जा रहा है कि इसके पीछें कुछ ऐसे लोगों को पद पर बनाए रखने की मंशा है जो काफी समय से पार्टी के साथ जुडें हुए है, लेकिन उम्र के कारण जिला अध्यक्ष बननें में दौड से बाहर हो रहे है।
प्रदेश कार्यालय में हुई बैठक
संगठनात्मक चुनाव की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को प्रदेश कार्यालय पं दीनदयाल परिसर में जिला निर्वाचन अधिकारियों की संपन्न हुई। बैठक में पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत, प्रदेश निर्वाचन अधिकारी हेमंत खण्डेलवाल, सह निर्वाचन अधिकारी विजेश लुणावत उपस्थित थे।
अभी भी कुछ मंडलों में नामों का ऐलान बाकी
विगत दिनों हुए मंडल अध्यक्षों के निर्वचान की प्रक्रिया के बाद प्रदेश के 800 मंडलों के अध्यक्षों की घोषणा हो चुकी है, शेष मंडल अध्यक्षों की घोषणा होना बाकी है। प्रदेश के ग्वालियर नगर, सिवनी, होशंगाबाद और झाबुआ में जिलाध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया नही हो सकेगी।