भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा संगठन में बड़ा फेरबदल करने जा रही है। मंडल चुनाव भी एक दिसंबर को होने की सुगबुगाहट है। इस बीच खबर यह भी है कि पार्टी मंडल और जिलााध्यक्षों के चयन में उम्र बंधन को लागू करने के बाद मोर्चा अध्यक्षों और पदाधिकारियों पर भी यह फॉर्मूला लागू कर सकती है। लोकसभा चुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव तक पार्टी के केंद्रीय संगठन ने उम्र फेक्टर को केंद्र में रखा है। दिसंबर में होने वाले संगठन चुनाव करवाने के बाद पार्टी की नजर मोर्चों में भी बदलाव की है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अब उम्र का फार्मूला यहां भी लागू होगा।
युवा मोर्चा में अभी तक उम्र का बंधन 35 साल का है। यह फार्मूला फिलहाल महिला, किसान, अल्पसंख्यक, पिछड़ा एवं अनुसूचित जाति-जनजाति मोर्चा में अभी लागू नहीं है। मुख्य संगठन में मंडल अध्यक्ष के लिए 35 साल और जिला अध्यक्ष के लिए 50 साल अधिकतम उम्र करने के बाद अब पार्टी मोर्चों में भी उम्र सीमा का सिस्टम लागू करने की तैयारी में है।
विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद प्रदेश में नेतृत्व पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। पार्टी संगठन के साथ साथ इस पर भी विचार कर रही है। भाजपा ने पिछले एक वर्ष में कई राज्यों में सत्ता गंवाई हैं। ऐसे में पार्टी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की सलाह पर युवा नेतृत्व को सामने लाने की तैयारी कर रही है। ऐसे में मंडल एवं जिला अध्यक्ष के साथ ही मोर्चा पदाधिकारी भी कम उम्र के बनाने की तैयारी है। ताकि संगठन तेज रफ्तार से काम कर सके।