भोपाल।
मुख्यमंत्री कमलनाथ के बयान ‘ अधिकारी घोषणा करेंगें’ को लेकर अब सियासत गर्मा गई है। बीजेपी ने इसको लेकर सवाल उठाना शुरु कर दिया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कमलनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार जिम्मेदारियों से बच रही है इसलिए घोषणाएं करने की जिम्मेदारी अधिकारियों को सौंप रही है। मुख्यमंत्री केवल 1 जिले का नहीं होता बल्कि पूरे प्रदेश का होता है और उन्होंने चुनाव के पहले जनता से जो वादे किए थे उनको पूरा करें।
दरअसल, रविवार को मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार कमलनाथ छिंदवाड़ा पहुंचे थे, जहां उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि प्रदेश के लोग घोषणाएं सुन सुनकर थक चुके हैं, इसलिए अब मैं घोषणाएं नहीं काम करूंगा। अब प्रदेश में मंच से अधिकारी विकास कार्यों की घोषणा किया करेंगे और उनके क्रियान्वयन की जिम्मेदारी भी उन्हीं की होगी अगर तय समय सीमा में काम पूरा नहीं होता है तो अधिकारी जवाबदेह होंगे। जिसको लेकर प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया है कि यह जनता के साथ धोखा है क्योंकि अधिकारी तो विभाग बदलते रहते हैं ऐसे में यदि घोषणाएं पूरी नहीं होंगी तो कांग्रेस इसका ठीकरा अधिकारियों के सर पर फोड़ देगी और बच जाएगी ।सरकार जिम्मेदारियों से बच रही है इसलिए घोषणाएं करने की जिम्मेदारी अधिकारियों को सौंप रही है।
बताते चले कि इस दौरान कमलनाथ ने इसकी पीछे वजह भी बताई थी । उनका कहना था कि मध्यप्रदेश की नौकरशाही घोषणाएं बनाने में उस्ताद है लेकिन उसका डिलीवरी सिस्टम ढीला है, इसलिए अब जब घोषणा ही नौकरशाही करेगी तो जाहिर तौर पर उसके ऊपर यह नैतिक जिम्मेदारी होगी कि वह की गई घोषणाओं को पूरा भी करें। हालांकि कमलनाथ का यह नवाचार कितना सफल होगा यह तो भविष्य ही बताएगा लेकिन देश भर में इस नए प्रयोग की चर्चा है और उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले समय में घोषणाएं अब केवल घोषणा बनकर नहीं रह जाएंगी बल्कि मूर्त रूप भी ले पाएगी।इसको लेकर अब सवाल उठने लगे है।