अब कांग्रेस खुद ही अपने सर्वे करा रही और खुद ही इन बातों को करें तो वो 37 की भी क्या हालत हैं, मुझे लगता है कि जनता को इन बातों को देखना पड़ेगा, कांग्रेस चाहे वो कांग्रेस के वर्तमान विधायक हों या कांग्रेस के पूर्व विधायक हों कांग्रेस के हालात इतने खराब हैं, आगामी समय में गरीब कल्याण योजनाओं की ताकत के बल पर भारतीय जनता पार्टी के संगठन तंत्र की मजबूती और नैतृत्व के उपर जनता का विश्वास है, ये इस मध्यप्रदेश के अंदर भारतीय जनता पार्टी का परचम ही नहीं फहराएगा, इतिहास बनेगा, जो मैंने कहा था कि गुजरात की बयार गुजरात की आंधी मध्यप्रदेश के अंदर भी आएगी और अगली बार 200 पार का नारा साकार साबित होगा, ये मैं आपको विश्वास के साथ कह सकता हूं।
कांग्रेस की सर्वे रिपोर्ट
दरअसल मध्यप्रदेश में 2023 में विधानसभा चुनाव होने है, पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को खासी शिकस्त दी थी हालांकि 18 महीने बाद ही कांग्रेस सरकार गिर गई थी, लेकिन अब एक बार फिर कांग्रेस ने कमर कस ली है और विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस को मिली सफलता की तर्ज पर पर ही पीसीसी चीफ 2023 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं, पीसीसी चीफ कमलनाथ कांग्रेस विधायकों और नेताओं की स्थिति जानने के लिए सर्वे करा रहे हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस का प्रदेश में चल रहा पहला सर्वे हो गया है, दूसरा जारी है, जिसकी रिपोर्ट फरवरी महीने में आ जाएगी, हालांकि सर्वे के आधार पर अंदर की जो रिपोर्ट सामने आई है उसमें मध्य प्रदेश कांग्रेस के 37 विधायक और 17 पूर्व मंत्रियों की स्थिति मजबूत है। फिलहाल कांग्रेस के इसी सर्वे को लेकर अब बीजेपी की बयानबाजी शुरू हो गई है।