BHOPAL NEWS : भोपाल के कर्फ्यू वाली माता मंदिर से कन्या भोज के लिए अगवा की गई दोनों बच्चियों को पुलिस ने सुरक्षित बरामद कर लिया है, पुलिस शनिवार शाम से इन बच्चियों को तलाश रही थी, पुलिस के लिए चुनौती बन गए इस मामलें ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी थी, दोनों बच्चियों को बरामद करने के बाद परिजनों सहित पुलिस ने भी चैन की सांस ली है, पुलिस ने CCTV फुटेज के आधार पर बच्चियों को अगवा करने वाली दोनों महिलाओं को खोजना शुरू किया, पुलिस को लगातार कई जगह छापे मारने के बाद सफलता मिली, बताया जा रहा है कि कोलार की इंग्लिश विला से दोनों महिलाओं सहित युवक की भी गिरफ्तारी हुई है,यहां दो अन्य बच्चे भी मिले हैं। पुलिस ने दो महिलाओं और दो पुरुषों को गिरफ्तार किया है।
यह हरियाणा का गैंग बताया जा रहा है, पुलिस ने बच्चियों को अगवा करने के मामलें में सहयोग करने वाले एक परिवार को भी हिरासत में लिया है, वही पुलिस ने 1 कार और 1 स्कूटी भी बरामद की है, पुलिस को आशंका है कि मानव तस्करी के लिए बच्चियों को किडनैप किया गया है इन्हे बेचने की तैयारी की जा रही थी उससे पहले ही आरोपी पुलिस के हाथ चढ़ गए। आरोपियों ने पहचान छिपाने दोनों बच्चियों के बाल काट कर उन्हे गंजा कर दिया था, पकड़े गए मुख्य आरोपियों में अर्चना नाम की महिला है जो हरियाणा की रहने वाली है वही उसका पति निशांत है जो भोपाल में रहता है निशांत मूलतः केरल का रहने वाला है, वही इस मामलें में पुलिस ने कुछ और लोगों को भी गिरफ्तार किया है।
यह था मामला
पुलिस के अनुसार बच्चियों का पिता मुकेश आदिवासी कोहेफिजा थाने के पास बने ओवर ब्रिज के नीचे अस्थाई झोपड़ी बनाकर रहता है। मूलत: रतलाम का रहने वाले मुकेश के परिवार में पत्नी लक्ष्मी के अलावा चार बच्चे काजल, संदीप, सोना और दीपावली हैं। रोजाना की तरह शनिवार सुबह भी मुकेश मजदूरी करने चला गया था। उसकी पत्नी बच्चों को साथ लेकर सुबह करीब नौ बजे पीरगेट स्थित कर्फ्यू वाली माता के मंदिर के पास आकर बैठ गई थी। यहां नवरात्र पर्व चलने के कारण लोग उन्हें खाना आदि दे देते हैं। शनिवार को भी माँ दोनों बेटियों को लेकर मंदिर पहुंची जहां वह मंदिर के बाहर ही बैठ गई इसी दौरान सुबह 10:30 बजे लगभग 40 वर्ष की एक महिला लक्ष्मी के पास पहुंची। उसने बोला कि आज सप्तमी तिथि है गुड़िया का पास ही कुछ भोजन करना चाहती हूं। लक्ष्मी के सहमति जताने पर महिला आठ वर्षीय काजल और एक वर्ष की दीपावली को अपने साथ ले गई। जब काफी देर तक बच्चियां नहीं लौटीं तो लक्ष्मी ने आसपास मौजूद भीख मांगने वाले लोगों से बात की सभी ने उसे बच्चों को ले जाने वाली महिला के बारे में कोई पहचान होने से इंकार कर दिया, जिसके बाद लक्ष्मी को चिंता हुई। उसने पति को घटना की जानकारी दी। उन्होंने अपने स्तर पर तलाश की, जब कुछ भी पता नहीं चला तो शाम पांच बजे थाने में सूचना दी। पुलिस ने बच्चियों की और उन्हे ले जाने वाली दोनों महिलाओं की जानकारी देने वालों के लिए 30 हजार रुपये की राशि घोषित की थी।