ग्वालियर। एग्जिट पोल में ग्वालियर-चंबल अचल में कांग्रेस को बढ़त मिलती दिख रही है। वहीं, भाजपा का यहां सफाया होता नजर आ रहा है। लेकिन सबकी निगाहें टिकी हैं बसपा पर। कांग्रेस और भाजपा की लड़ाई में इस बार बसपा बाजी मार सकती है या नहीं अब सियासी गलियारों में अटकलें शुरू हो गई हैं कि इस बार अंचल में हाथी बैठेगा या फिर पिछले चुनाव के मुकाबले ज्यादा सीट लेकर सियासी जमीन हिलाएगा।
पिछले 2013 के विधानसभा के चुनाव में पूरे प्रदेश में बसपा को चार सीटें मिली थी। जिसमें से दो सीटे ग्वालियर-चंबल संभाग से थी। जो कि मुरैना जिले की अम्बाह और दिमनी थी। रिजर्व सीट अम्बाह से बसपा के सत्यप्रकाश सखावर और दिमनी से बलवीर दंडौतिया ने जीत दर्ज कराई थी। करीब आधा दर्जन सीटों पर बसपा का सीधा मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशियों से देखने को मिला था। इस बार अंचल की आधा दर्जन से अधिक सीटों पर बसपा प्रत्याशी जोर मारते नजर आ रहे हैं। विगत दिवस आए एक्जिट पोल में अंचल की 34 सीटों में से कांग्रेस को 21 और भाजपा के खाते में 10 सीटें जाती दिखाई दे रही हैं। वहीं बसपा सहित अन्य को सिर्फ 3 सीटें बताई जा रही है। इस तरह देखा जाए तो पिछली बार के चुनाव के मुकाबले बसपा अंचल में कोई खास प्रभाव दिखाती नजर नहीं आ रही है। हालांकि अंचल की कुछ सीटों पर बसपा प्रत्याशियों का सीधे मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशियों से जरूर दिखाई दे रहा है।
इन सीटों पर जोर मार रही बसपा
सत्यप्रकाश सखावर | अम्बाह |
मनीराम धाकड़ | जौरा |
मानवेन्द्र सिकरवार | सुमावली |
बलवीर दंडौतिया | मुरैना |
पीएस मंडेलिया | डबरा |
साहब सिंह गुर्जर | ग्वालियर ग्रामीण |
प्रागीलाल जाटव | करैरा |
जगदीश सगर | गोहद |
संजीव कुशवाह | भिंड |